इटारसी। रेल विभाग में 1800 ग्रेड पे चतुर्थ श्रेणी भर्ती परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों को अब शारीरिक दक्षता भी साबित करना होगा। भर्ती प्रकिया में बदलाव करते हुए रेलवे ने लेबल-1 के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं, भविष्य में होने वाली भर्तियों में अब नए प्रावधान भी शामिल होंगे। 24 जनवरी को रेलवे के डिप्टी डायरेक्टर (स्थापना) रवि शंकर ने सभी रेल महाप्रबंधक (उत्पादन इकाई) को जारी पत्र में इस संबंध में जानकारी दी है।
जानकारी में कहा गया है कि रेल मंत्रालय के निर्णय के तहत फिजिकल इफीसिएंसी टेस्ट (पीईटी) में अभ्यार्थियों का फिटनेस टेस्ट शामिल किया जाए। महिला आवेदकों को भी इस टेस्ट में खुद को साबित करना होगा, हालांकि परफारमेंस में उन्हें समय सीमा में पुस्र्षों से कुछ अधिक छूट दी जाएगी।
यह हुआ बदलाव
पुस्र्ष अभ्यार्थियों के लिए 35 किलो का वजन लेकर दो मिनट में 100 मीटर दूर जाने की अनिवार्यता रहेगी, जिसमें बीच में वजन रखने की छूट नहीं रहेगी, दूसरी शर्त में 4 मिनट 15 सेंकड में 1000 मीटर की दौड़ भी रहेगी। महिला अभ्यार्थियों के लिए 20 किलो वजन एवं दौड़ के लिए 5 मिनट 40 सेंकड का समय तय किया गया है, इससे पहले सिर्फ लिखित परीक्षा से अभ्यर्थियों का चयन होता आया है।
नए नियम लागू होने से अभ्यर्थियों को दोनों परीक्षाओं में कड़ी मेहनत करना होगी। दरअसल चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों से रेलवे फील्ड पर काम कराती है, लेकिन कई कर्मचारी भर्ती होने के बाद शारीरिक अक्षमता के चलते अच्छा काम नहीं कर पाते, इसी वजह से यह बदलाव किया जा रहा है।