
कंगना के घर पर पहरा कड़ा है। कंगना के दौरे की पड़ोसियों तक को भनक नहीं हैं। कंगना अपने स्वास्थ्य को लेकर मनाली में भी गंभीर है। सुबह साढ़े 5 बजे उठकर कड़ाके की ठंड में भी सैर करना नहीं भूल रही हैं। ग्रामीण भी कंगना के आने पर खासे उत्साहित हैं। ग्रामीण महिला शालू ने बताया कि कंगना मिलन सार है।
उन्होंने बताया कि कंगना को लोकल सब्जियां व दूध पसंद है। खाने-पीने की सभी चीजें कंगणा ग्रामीण महिलाओं से ही ले रही है। वहीं रसोई संभालने वाले केयर टेकर पाला ने बताया कि कंगना अपने घर में बहुत खुश नजर आ रही हैं तथा उनका एक सप्ताह तक यहीं रुकने का कार्यक्रम है। उन्होंने बताया कि कंगणा सुकून के पल बिताने मनाली आई हैं।