भोपाल। कांग्रेस विधायक हेमंत कटारे का नाम विधायक बनते ही कुछ विवादों में आ गया था। एक एसडीओपी उनके खिलाफ दोषपूर्ण चालान पेश करने के आरोप में हटाया जा चुका है। एक एसडीएम से भी कटारे का विवाद सामने आ चुका है। ये सब तो राजनैतिक और प्रशासनिक भिड़ंत थीं लेकिन अब जो आया है वो कुछ और ही है। पूरे प्रदेश में अब यही मामला सुर्ख है, क्योंकि इसमें कई अनसुलझे सवाल भी हैं:
माखनलाल चतुर्वेदी यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में पीजी कर रही एक छात्रा के 3 वीडियो सोशल मीडिया पर तैर रहे हैं। कौन सा पहला है और कौन सा दूसरा या तीसरा यह तो पता नहीं है, शायद कोई तकनीकी लैब ही बता पाए, लेकिन जिस क्रम से ये वीडियो हमारे पास आए यदि उसे ही सही क्रम मान लिया जाए तो मामला काफी उलझता हुआ नजर आ रहा है।
पहले वीडियो में कटारे रेपिस्ट
पहले वीडियो में छात्रा प्रांशु सिंह विधायक हेमंत कटारे को रेपस्टि बता रही है। वह यह भी बता रही है कि हेमंत के कई लड़कियों के साथ ऐसा किया है। युवती स्वीकार कर रही है कि वो विधायक हेमंत कटारे के प्यार में थी। उनके बीच काफी कुछ हुआ है। लेकिन जब से हेमंत की सगाई हुई है, उसने दूरी बना ली। प्रतीत हुआ कि हेमंत की बेरुखी व धमकियों से गुस्सा होकर यह वीडियो बना रही है।
दूसरे वीडियो में माफी मांगी
इसके बाद दूसरा वीडियो जारी हुआ जिसमें वो पहले वीडियो को झूठा बताते हुए माफी मांग रही है। बता रही है कि हेमंत उससे बात नहीं कर रहा था इसलिए हेमंत को तंग करने करने के लिए उसने पहला वीडियो बनाकर वायरल किया।
तीसरे वीडियो में जान का खतरा, सिंधिया का जिक्र
इसके बाद एक तीसरा वीडियो भी सामने आया। इसमें युवती हेमंत कटारे को ज्योतिरादित्य सिंधिया का नजदीकी बता रही है। वो डरी हुई है और कह रही है कि हेमंत बहुत पॉवरफुल है। सिंधिया बहुत पॉवरफुल है। यदि उसे कुछ हो जाता है तो...।
वाट्सएप चैट के 3 स्क्रीनशॉट
वाट्सएप चैट के 3 स्क्रीनशॉट भी हैं। जिसमें दोनों के बीच उस समय की बातचीत नजर आ रही है जब दोनों के बीच प्यार पनप रहा था। शायद हेमंत ने वाट्सएप पर कुछ ऐसा किया था जिससे युवती खिल उठी थी। हेमंत भी उसे सबकुछ रियल में देने की बात कर रहे है। स्क्रीनशॉट असली हैं या फर्जी यह भी तकनीकी लैब में जांच के बाद ही पता चलेगा। फिलहाल तो सामने हैं और बहस में उपयोग किए जा रहे हैं।
अब कुछ सुलगते सवाल
पहला वीडियो तो युवती ने खुद वायरल किया था परंतु दूसरा वीडियो किसने वायरल किया। जिस तरह से युवती माफी मांग रही है, यह वीडियो या तो उसके मोबाइल में होगा या फिर हेमंत कटारे के मोबाइल में। तो क्या वीडियो के बदले वीडियो वायरल किया गया या फिर पुलिस विभाग की ओर से यह वीडियो लीक हो गया। क्योंकि हेमंत कटारे ने पुलिस को पहला और दूसरा दोनों वीडियो दिए होंगे। तभी तो पुलिस ने उन्हे हनीट्रेप का पीड़ित माना।
तीसरा वीडियो क्या सचमुच तीसरा ही है। क्या माफी मांगने के बाद प्रांशु को समझ आ गया था कि उसके साथ कोई अनहोनी होने वाली है। क्या वो डरी हुई थी और अनहोनी से पूर्व अपना बयान वीडियो में दर्ज किया था। यदि हां तो फिर यह वीडियो वायरल कैसे हो गया, क्योंकि यह वीडियो भी या तो प्रांशु के मोबाइल में होना चाहिए या फिर उसके किसी ऐसे परिचित के, जिस पर वो सबसे ज्यादा भरोसा करती हो।
अब बात करते हैं वाट्सएप चैट के स्क्रीनशॉट की। वो सबके पास हैं। कृपया एक बार और गौर से पढ़िए, ये चैट प्रसंग के शुरूआती दिनों का लगता है। सवाल यह है कि उन दिनों के चैट का स्क्रीनशॉट किसने लिया। उसके पहले और उसके बाद के स्क्रीनशॉट कहां है। वाट्सएप चैट को सेंसर करके क्यों वायरल किया गया है। स्क्रीनशॉट देखकर समझ आता है कि वो युवती के मोबाइल से लिए गए हैं परंतु वो बातें वायरल क्यों नहीं की जिसका कि दावा किया गया था।
युवती की गिरफ्तारी के तत्काल बाद हेमंत कटारे से मीडिया से बातचीत में कहा था कि यह उनके खिलाफ राजनैतिक साजिश नहीं है, बल्कि हनीट्रेप ही है। अब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कहते हैं कि यह एक राजनैतिक षडयंत्र है। राजस्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं। कहीं ऐसा तो नहीं कि यह कहानी शुरू तो हंसी ठिठोली से हुई थी लेकिन अब हाईप्रोफाइल गेम बन गई है। दोनों के पीछे कुछ बड़ी ताकतें खेल रहीं हैं।
कहीं ऐसा तो नहीं कि युवती को प्लानिंग के साथ हेमंत कटारे को फंसाने के लिए भेजा गया था और वह अपने अभियान में सफल भी रही, कटारे फिसल गए और उसके जाल में जा फंसे लेकिन अंत में कटारे अपने एक भाजपाई रिश्तेदार के साथ पुलिस के पास पहुंचे और सारी बात सच सच बता दी और फिर एक प्लान बनाकर कटारे को बचा लिया गया।
कहीं ऐसा तो नहीं कि युवती खुद उस शातिर दिमाग की स्वामी है जिसमें से यह जिन्न निकलकर आया है और जिसने सारे प्रदेश के नेताओं को जासूस बना डाला।