
राहुल कोठारी ने कहा कि कर्मचारियों को आंदोलन करने के पहले ये सोचना चाहिए कि कौन सी मांगे जायज हैं और कौन सी नहीं। सरकार संवेदनशील है और सभी के लिए अच्छी व्यवस्थाएं देती आ रही है। 14 वर्षों से लगातार वेतन देती आ रही है अच्छी सैलरी देती आ रही है। ऐसे में ऐसी मांगें नहीं की जाना चाहिए जो सरकार के लिए मानने में मुश्किल हो या बाकी के कर्मचारी नाराज हो जाएं।
बता दें कि महिला अध्यापकों के मुंडन की आग पूरे प्रदेश में भड़क गई है। प्रदेश भर में अध्यापक मुंडन करा रहे हैं। अब तक 350 से ज्यादा अध्यापक मुंडन करा चुके हैं। अध्यापक अब आर पार की लड़ाई के मूड में आ गए हैं और शिल्पी शिवान के अगले कदम का इंतजार कर रहे हैं। सरकार बैकफुट पर है। सीएम शिवराज सिंह ने अपने ही पुराने वादे पर कोई नया बयान नहीं दिया है। विपक्षी दल कांग्रेस ने भी उनकी मांगों का समर्थन किया है।