
यहां सबसे बड़ी गलती दोनों पार्टियों के मंच के बीच मात्र 30 फीट की दूरी है। निश्चित रूप से प्रशासन इसके लिए जिम्मेदार है और कलेक्टर इसे किसी दूसरे पर टाल नहीं सकते। दोपहर बाद पीडब्लूडी मंत्री रामपाल सिंह हेलीकॉप्टर से मेले में पहुंचे। वो मामले की नजाकर को समझ गए और भाजपा के मंच से भाषण देने से इंकार कर दिया।
उन्होंने नदी के दूसरी तरफ चल रही कथा के मंच से अपना उद्बोधन दिया। मंत्री के जाते ही भाजपा के अन्य नेताओं ने कांग्रेस के सभा स्थल के पास बनाए गए मंच पर आकर प्रदेश सरकार की योजनाएं बताने लगे, फिर भड़काऊ बयानबाजियां शुरू हो गईं। दोनों ओर से माइक पर नारेबाजी होने लगी। करीब आधा घंटे तक भरका में मेले का माहौल तनावपूर्ण हो गया। लोग घरों को लौटने लगे।