भोपाल। मध्यप्रदेश में प्याज शिवराज सिंह सरकार के लिए सिरदर्द बन गई है। पिछले साल किसानों को राहत के नाम पर 8 रुपए प्रतिकिलो की दर से प्याज खरीदी गई लेकिन इसमें भी घोटाला हो गया। सरकार का पैसा भी खर्च हुआ और बदनामी भी हो गई। इसलिए अब मप्र सरकार रबी फसलों में भी भावांतर भुगतान योजना लागू होगी। उद्यानिकी फसल प्याज को इसके दायरे में लाने और योजना को रबी सीजन में संचालित करने के लिए कैबिनेट में प्रस्ताव लाया जाएगा। बताया जा रहा है कि पंजीयन फरवरी में किया जाएगा।
भावांतर योजना को रबी फसलों में भी लागू करने के संकेत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दे चुके हैं। इसके बाद कृषि विभाग ने योजना के विस्तार का मसौदा तैयार कर लिया है। बताया जा रहा है कि इसी माह सरकार योजना विस्तार को लेकर नीतिगत निर्णय ले सकती है।
इसके लिए कृषि विभाग ने कैबिनेट प्रस्ताव का मसौदा तैयार कर लिया है। योजना चना, मसूर और सरसों में लागू होगी। उद्यानिकी फसल प्याज को भी इसके दायरे में लाने की तैयारी है। हालांकि, इसके लिए पहले प्याज का समर्थन मूल्य तय करना होगा।
पिछले साल सरकार ने आठ रुपए किलोग्राम के हिसाब से प्याज खरीदी थी, लेकिन खरीदी में हुई झंझट को देखते हुए सरकार इस पर भावांतर देगी। योजना के लिए किसानों का पंजीयन करने की तैयारी भी मंडी बोर्ड ने कर ली है।