भोपाल। प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और केन्द्रीय मंत्री उमा भारती के सार्वजनिक और धार्मिक जीवन के 50 साल और उनकी सन्यास दीक्षा के 25 साल पूरे होने पर आज उनका अभिनंदन किया गया। इस मौके पर भाजपा के स्थानीय नेता तो मौजूद थे पर बड़े नेताओं की अनुपस्थिति चर्चा का विषय रही। छतरपुर में मोटे के महावीर मंदिर में उमा भारती के समर्थकों ने यह कार्यक्रम आयोजित किया था।
इसमें राम जन्म भूमि न्यास के महंत नृत्य गोपालदास अतिथि के रूप में मौजूद थे। इस अवसर पर विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया। इससे पहले कोतवाली चौराहे एक रैली के साथ उमा भारती आयोजन स्थल पहुंची। गौरतलब है कि उमा ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरूआत 1984 में छतरपुर-टीकमगढ़ से की थी और दो दशक से लंबे समय तक वे इस अंचल में सक्रिय रहीं।
प्रजापति खुलकर आए साथ
छतरपुर से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत करने वाली उमा भारती किसी जमाने में इस अंचल की एकछत्र नेता थी। आज के अधिकांश विधायक और नेता कभी उनके कट्टर समर्थक हुआ करते थे। इस आयोजन में केवल चंदला से विधायक रामदयाल प्रजापित ही खुलकर उनके साथ दिखे। प्रजापति ने उमा के समर्थन में कई जगह बैनर, होर्डिंग्स आदि लगाए। प्रजापति पूर्व में भारतीय जनशक्ति से भी चुनाव लड़ चुके हैं।