
सहजाखेड़ी, विदिशा निवासी चंद्रमोहन यादव किसान हैं। कृषि विभाग कस्टम हायरिंग योजना के तहत किसानों को कृषि यंत्र खरीदने के लिए लोन देता है। लोन पर सब्सिडी देने का काम संचालनालय कृषि अभियांत्रिकी के जिम्मे है। चंद्रमोहन को बेटे अभिजीत के नाम से 20.96 लाख का लोन लेना है। इसके लिए उन्होंने सितंबर 2017 में आवेदन किया था। टीआई मनोज पटवा ने बताया कि इस लोन पर 40 फीसदी यानी 8.22 लाख की सब्सिडी संचालनालय कार्यालय प्रभारी शरद कुमार नारवरे को जारी करनी थी। इसके लिए शरद ने चंद्रमोहन से सब्सिडी रकम पर दस फीसदी रिश्वत मांगी थी। परेशान होकर चंद्रमोहन ने 15 जनवरी को 50 हजार में बात तय कर ली थी।
रकम लेते ही हुआ इशारा और हो गए ट्रेप
कृषि यंत्री द्वारा रिश्वत मांगे जाने की शिकायत चंद्रमोहन ने नौ जनवरी को लोकायुक्त से शिकायत की थी। पहली किश्त के रूप में बुधवार दोपहर साढ़े तीन बजे चंद्रमोहन ने शरद को रिश्वत की रकम थमाई। ये रकम लेकर शरद ने टेबल की ड्रॉज में रखी। अभिजीत का इशारा मिलते ही वहां मौजूद लोकायुक्त की टीम शरद को ट्रैप कर लिया।