भोपाल। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के मध्य क्षेत्र प्रांत के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की समन्वय बैठक आज से विदिशा में शुरू हो गई। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने पहले सत्र को संबोधित करते हुए स्वयंसेवकों को दलित और आदिवासियों के लिए ज्यादा काम करने पर जोर दिया है। विदिशा के टीलाखेड़ी स्थित केशव नगर में आयोजित इस बैठक में संघ प्रमुख सहित कई दिग्गज शामिल हो रहे हैं। विधानसभा चुनाव से पूर्व हो रही इस बैठक में अनुषांगिक संगठनों की गतिविधियों की समीक्षा भी होगी।
तीन दिनों तक चलने वाली बैठक के पहले सत्र की शुरुआत संघ प्रमुख मोहन भागवत के उद्बोधन के साथ हुई। उन्होंने संघ और उसके अनुषांगिक संगठनों के समन्वय करने की बात कहीं है। साथ ही जनता के बीच संपर्क बढ़ाने के निर्देश भी दिए। संघ प्रमुख का मुख्य जोर दलित और आदिवासियों को लेकर था। उन्होंने स्वयंसेवकों को दलित और आदिवासियों के बीच जाकर ज्यादा से ज्यादा काम करने के लिए भी कहा है।
पहले सत्र के बाद मीडिया से रूबरू होते हुए विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष हुकुमचंद सांवला ने बताया कि संघ प्रमुख ने कार्यकर्ताओं से सवालों के जवाब भी दिए। इस बैठक में मध्य क्षेत्र के मध्य भारत प्रांत, मालवा प्रांत, महाकौशल प्रांत, और छतीसगढ़ शामिल हैं। संघ की इस बैठक को अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस साल दोनों प्रदेश मे होने वाले विधानसभा के चुनाव से भी इसे जोड़कर देखा जा रहा है।
आरएसएस प्रमुख पिछले सप्ताह उज्जैन में भी संघ की बैठक में शामिल हुए थे। इस बैठक के अंतिम दिन भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी उज्जैन पहुंचे थे। उन्होंने मोहन भागवत के साथ करीब दो घंटे तक बैठक की थी। माना जा रहा है कि इस बैठक के बाद भाजपा में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते है।