
टिकट मिलने के बाद पहली बार देवेंद्र जैन ने जोर देते हुए कहा कि उन्हें शिवपुरी विधायक और शिवराज कैबिनेट में मंत्री यशोधराराजे सिंधिया के आशीर्वाद से टिकट मिला है। सिंधिया घराने से अपने नजदीकी रिश्तों का जिक्र करते हुए देवेंद्र जैन ने कहा कि 1993 में राजमाता विजयराजे सिंधिया की वजह से उन्हें चुनाव में पहली बार टिकट मिला था। जबकि इससे पहले तक देवेन्द्र जैन को सिंधिया विरोधी नेता माना जाता था। श्री जैन ने अपनी राजनीति की शुरूआत सिंधिया की कृपा से ही की थी परंतु 1998 में जब उन्हे टिकट नहीं मिला तो वो सिंधिया के बागी हो गए थे।
बता दें कि भोपाल समाचार डॉट कॉम ने पैनल पूरा होने से पूर्व ही यह बता दिया था कि कोलारस विधानसभा चुनाव में टिकट का फैसला यशोधरा राजे सिंधिया की एनओसी से ही होगा। भोपाल समाचार ने यह भी खुलासा कर दिया था कि दिल्ली में देवेन्द्र और यशोधरा राजे की एक गोपनीय मुलाकात हो चुकी है।
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