भोपाल। मध्यप्रदेश में भाजपा अब पार्टी के भीतर ही विरोध का बड़ा सामना कर रही है। कार्यकर्ता अब तक नाराज होकर घर बैठ जाते थे परंतु बागी होकर अब मैदान में उतरने लगे हैं। धार में कुछ ऐसा ही मामला सामने आ रहा है। भोजशाला आंदोलन से जुड़े हिंदूवादी नेता अशोक जैन ने वर्षों तक भाजपा के लिए काम किया लेकिन अब उन्होंने भाजपा से दो दो हाथ करने का मन बना लिया है। उन्होंने नगर पालिका चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए भाजपा के घोषित प्रत्याशी के खिलाफ पर्चा दाखिल कर दिया है।
हालांकि, उन्होंने बीजेपी से ही फार्म दाखिल किया है। अशोक जैन को अभी भी उम्मीद है कि पार्टी उन्हें ही अपना उम्मीदवार बनाएगी। यदि ऐसा नहीं होता है तो वो निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे। अशोक जैन हिंदूवादी नेता हैं और भोजशाला आंदोलन से लंबे समय से जुड़े हुए हैं। साथ ही संघ में भी उनकी पकड़ मानी जाती है।
नामांकन दाखिल करने के पहले अशोक जैन ने शक्ति प्रदर्शन भी किया। उन्होंने भोजशाला के बाहर स्थित ज्योति मंदिर से एक वाहन रैली निकाली जो शहर के प्रमुख मार्गो से होती हुई कलेक्ट्रेट पहुंची। जहां उन्होंने सैकड़ों समर्थको के साथ नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल किया।
गौरतलब है कि पार्टी ने अनिल जैन को अध्यक्ष पद के लिए अधिकृत उम्मीदवार घोषित किया है, जिसके बाद से ही बगावत के सुर फूटने लगे है। अशोक जैन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वे किसी भी दबाव में नामांकन वापस नहीं लेंगे। यदि पार्टी उन्हें अधिकृत उम्मीदवार नहीं बनाती तो वे निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे।