
राजस्थान उर्दू अकादमी के सचिव श्री मोअज़्ज़म अली ने अपनी तक़रीर में कहा कि मध्यप्रदेश उर्दू अकादमी का नाम फ़ज़ल ताबिश के ज़माने में उभरा था। उसके बाद वहाँ सन्नाटा रहा, लेकिन आज इस अकादमी ने फ़ज़ल ताबिश के कामों को आगे बढ़ाने के साथ ही तालीम, ज़बान और अदब तीनों से मुताल्लिक अपनी सरगर्मियों के हवाले से अद्भुत प्रयास किये हैं।
मध्यप्रदेश उर्दू अकादमी की सचिव डॉ. नुसरत मेहदी ने अकादमी की गतिविधियों, कार्यक्रमों और आयोजनों की जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश में उर्दू अकादमी की गतिविधियों को बढ़ाने, भव्यता प्रदान करने एवं नई योजनाएँ लागू करवाने का पूरा श्रेय मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को जाता है।