भोपाल। मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह सरकार का मांस प्रेम एक बार फिर सुर्खियों में है। बीफ का विरोध करने वाली भाजपा की सरकार मध्यप्रदेश में सभी तरह के मांस का उत्पादन बढ़ाना चाहती है। वो रिकॉर्ड उत्पादन तक जाना चाहती है। मप्र शासन के पशुपालन विभाग ने 2025 तक के लिए अपने टारगेट फिक्स कर लिए हैं। बता दें कि कुछ समय पहले भाजपा सरकार भोपाल में एक अत्याधुनिक कत्लखाना खोलने जा रही थी। भोपाल में फिलहाल प्रतिदिन 60 पशुओं का कत्ल मांस के लिए किया जाता है। भाजपा सरकार के अनुबंधित कत्लखाने में प्रतिदिन 500 से ज्यादा पशुओं को कत्ल किए जाने की क्षमता थी। चौंकाने वाली बात तो यह है कि नगरनिगम भोपाल के एग्रीमेंट में कहीं उल्लेख नहीं था कि पशुओं में गाय को नहीं काटा जाएगा।
पशुपालन विभाग के अगले दस साल के एक्शन प्लान में चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। हैरानी की बात ये है कि इस एक्शन प्लान में शिवराज सिंह सरकार मांस का उत्पादन करीब तीन गुना तक बढ़ाने की योजना बना रही है। सरकार ने तय किया है कि वो हर साल 10 प्रतिशत की दर से मांस का उत्पादन बढ़ाएगी।
2014-15 में मांस उत्पादन 58.89 हजार टन था।
2016-17 में ये उत्पादन बढ़कर 71 हजार टन हो गया।
2021-22 तक मांस उत्पादन को जहां 115 हजार टन टारगेट किया गया है।
वहीं 2024-25 तक मांस उत्पादन का लक्ष्य 153 हजार टन करने का है।
पशुपालन मंत्री अंतर सिंह आर्य का तर्क है कि मांस उत्पादन में इस बढ़ोत्तरी को पशुपालन के व्यवसाय से जुड़े हुए लोगों की आर्थिक मजबूती से देखना चाहिए।