
डॉ. यादव ने बताया कि वे 1 फरवरी को मुंगावली में मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान की उपस्थिति में भाजपा की सदस्यता ग्रहण करेंगे। श्री यादव ने पत्रकारों को बताया कि उनके साथ कांग्रेस में धोखा हुआ है और क्षेत्र के विकास के प्रति उनकी राह में रोड़े अटकाए गए है। इसलिए उन्होंने भाजपा के साथ आने का निर्णय किया है।
डाॅ. यादव टिकट वितरण से नाराज थे। उनको उम्मीद थी कि उपचुनाव में मुंगावली से टिकट उन्हें ही मिलेगा। परंतु लाॅटरी महेन्द्र सिंह की लग गई। महेन्द्र सिंह का कांग्रेस में कोई पुराना इतिहास नहीं है। जबकि केपी सिंह यादव सिंधिया खेमे से सक्रिय नेता रहे हैं। डॉ. केपी यादव अशोकनगर जिले के बड़े नेता रघुवीर सिंहयादव के पुत्र हैं। डॉ यादव का परिवार 40 वर्षों से कांग्रेस पार्टी के साथ था।