
सीएम के जाते ही कांग्रेसी सभास्थल पर कुर्सियां उठाकर फेंकने लगे। इसके बाद हाथापाई शुरू हो गई। इसके बाद भाजपा की चांचौड़ा विधायक ममता मीना और राधौगढ़ के कांग्रेस विधायक जयवर्द्धन सिंह समर्थकों के साथ आमने-सामने आ गए। दोनों तरफ से नारेबाजी शुरू हो गई। पुलिस ने इसे रोकने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और रात 12.30 बजे पथराव शुरू हो गया। उपद्रवियों ने 7 वाहन और एक दुकान में तोड़फोड़ की।
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े, लाठीचार्ज करनी पड़ी इसके बाद भी स्थिति काबू में नहीं आई तो पुलिस ने सात बार हवाई फायर करना पड़ा। स्थिति को नियंत्रण में लेने के लिए धारा 144 लगाई गई। फिर भा थाने के बाहर प्रदर्शन होता रहा। दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह सारी रात थाने के बाहर धरने पर बैठे रहे।