भोपाल। मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह सरकार कभी भी गिर सकती है। वो पिछले साल ही गिर सकती थी यदि चुनाव आयोग ने जो कार्रवाई (OFFICE OF PROFIT) दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार के मामले में की है, वही मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह सरकार के मामले में कर देता। जी हां, मप्र में 116 विधायक लाभ के पद पर हैं। इनकी सदस्यता कभी भी समाप्त हो सकती है। यह दावा किया है आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आलोक अग्रवाल ने।
दिल्ली में आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों को इसी आधार पर अयोग्य ठहरा दिया गया है। इस फैसले के बाद से ही मध्य प्रदेश में भी इस बात की अटकले लगाई जाने लगीं। लाभ के पद पर बैठे बीजेपी के 116 विधायकों पर कार्रवाई को लेकर सियासत भी गर्माने लगी है। भोपाल में आम आदमी पार्टी इस मुद्दे को लेकर सत्ताधारी पार्टी को घेरने में जुट गई है।
आम आदमी पार्टी की तरफ से ये दावा किया जा रहा है कि बीजेपी के कुल 116 विधायक ऐसे हैं जो नियमों के खिलाफ लाभ के पद पर बैठे हुए हैं। आम आदमी पार्टी के मध्य प्रदेश संयोजन आलोक अग्रवाल का कहना है कि चुनाव आयोग ने दिल्ली में तो बहुत तेजी दिखाई थीं लेकिन मध्य प्रदेश के मामले में वो तेजी कहीं दिखाई नहीं दे रही है। उन्होंने इस मामले को लेकर सीधे-सीधे चुनाव आयोग पर भी निशाना साधा।
साथ ही उनका दावा है कि अगर चुनाव आयोग ने लाभ के पद पर बैठे बीजेपी के कुल 116 विधायकों को अयोग्य ठहराने की शिफारिश राष्ट्रपति से कर दी और सही कार्रवाई हो गई तो शिवराज सरकार अपने आप गिर जाएगी। अग्रवाल का कहना है कि उन्होंने इस मामले को पिछले साल भी उठाया था साथ ही पूरे मामले की शिकायत की थी लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।