भोपाल। मध्यप्रदेश में एकजुटता का गीत गा रही कांग्रेस (MPPCC) की पोल एक बार फिर खुल गई है। मप्र नगरीय निकाय चुनाव (MP MUNICIPAL CORPORATION ELECTION) में कांग्रेस नामांकन पर्चा दाखिल करने के लास्ट डे (LAST DATE) तक अपने प्रत्याशियों का चयन ही नहीं कर पाई। दिग्गजों के दांव पेंच जारी हैं और एक एक सीट पर दर्जनों कांग्रेसी नेताओं ने खुद को अधिकृत प्रत्याशी बताते हुए पर्चा दाखिल कर दिया है। यह मामला एक बार फिर कांग्रेस के संगठन की सफलता पर सवाल खड़े करता है।
सबसे ज्यादा गुटबाजी धार और बड़वानी जिले में सामने आई है। धार जिले की 9 और बड़वानी जिले की 7 नगरीय निकायों के चुनाव 17 जनवरी को होना है। धार जिले में जहां विधायक सुरेंद्र सिंह हनी बघेल, पूर्व विधायक पांचीलाल मेढ़ा, पूर्व विधायक प्रताप ग्रेवाल और जिला अध्यक्ष बाल मुकुंद गौतम जहां अपने ज्यादा से ज्यादा समर्थकों को टिकट दिलाना चाहते हैं। ऐसी स्थिति में धार जिले में एक राय नहीं बनी।
वहीं बड़वानी जिले में उपनेता प्रतिपक्ष बाला बच्चन अपने ज्यादा से ज्यादा समर्थकों को टिकट दिलाना चाहते हैं। उनके जिले में सेंधवा, बड़वानी, पानसेमल, खेतिया, पलसूद, अंजड, राजपुर में चुनाव हैं। कांग्रेस से हर सीट पर तीन से पांच नेताओं ने अध्यक्ष के लिए खुद को अधिकृत प्रत्याशी बताते हुए नामांकन भर दिए हैं। ऐसे में कांग्रेस के अधिकृत उम्मीदवार को इनको मनाने के लिए खासी मशक्कत करना होगी।
इधर भाजपा में गुटबाजी
भाजपा में भी स्थानीय गुटबाजी इन चुनावों पर जबरदस्त तरह से हावी हो गई है। भाजपा की वरिष्ठ नेता रेलम चौहान ने कहा है कि वे पार्टी को अपना इस्तीफा भेजने जा रही है। उन्होंने मनावर विधायक रंजना बघेल के पति मुकाम सिंह किरोड को कुक्षी नगर पालिका से टिकट दिए जाने का विरोध किया है। धार के भाजपा प्रत्याशी अनिल जैन बाबा के खिलाफ अशोक जैन ने निर्दलीय पर्चा भर दिया है।