
पीड़ित पक्ष की ओर से तुषार सोनी ने भोपाल समाचार डॉट कॉम को बताया कि मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग ने पशु चिकित्सा सहायक शल्यज्ञ के 492 पदों पर भर्ती हेतु 18 मई 2016 को विज्ञापन (विज्ञापन क्रमांक 04/परीक्षा/2016/ दिनांक 18.05.2016) प्रकाशित किया और योग्य अभ्यर्थियो से 1 जून 2016 से 30 जून 2016 के मध्य ऑनलाइन आवेदन स्वीकार किए गए। इन पदों के लिए ऑनलाइन लिखित परीक्षा 25 सितम्बर 2016 को इन्दौर में आयोजित हुई। लिखित परीक्षा का परिणाम लोक सेवा आयोग ने 2 नवंबर 2016 को घोषित किया।
लिखित परीक्षा में 450 अभ्यर्थियो को उत्तीर्ण घोषित किया तथा उत्तीर्ण अभ्यर्थियो से उनके दस्तावेज 5 दिसम्बर 2016 तक आयोग कार्यालय में जमा करने के निर्देश दिए गए। दस्तावेजों के निरीक्षण के बाद 10 अभ्यर्थियो को साक्षात्कार के लिए अयोग्य पाया गया और योग्य अभ्यर्थियो के लिए साक्षात्कार 16 अगस्त 2017 से 24 अगस्त 2017 के मध्य आयोजित किए गए। परीक्षा का अन्तिम परिणाम लोक सेवा आयोग द्वारा 3 अक्टूबर 2017 को घोषित कर दिया गया जिसमें 304 चयनित अभ्यर्थियो को मुख्य सूची में जगह दी गई थी और 43 को प्रतीक्षा सूची में रखा गया।
परन्तु परीक्षा परिणाम घोषित होने के 3 महीने से भी अधिक समय बीत जाने के बावजूद पशु पालन विभाग, मध्यप्रदेश शासन ने चयनित अभ्यर्थियो को अभी तक नियुक्ति पत्र प्रदान नहीं किया है और ना ही इस दिशा में कोई कदम उठाया है जबकि पशु पालन विभाग पिछले कई सालों से पशु चिकित्सकों की भीषण कमी की समस्या से जूझ रहा रहा है बावजूद इसके नवचयनित पशु चिकित्सकों को नियुक्ति प्रदान नहीं की जा रही है।