नई दिल्ली। अब तक कई कंपनियां BABA RAMDEV द्वारा प्रमोट की जा रही PATANJALI AYURVED LIMITED के नकारात्मक एवं भ्रामक विज्ञापन अभियान की शिकायतें लेकर कोर्ट जा रहीं थीं। कुछ उपभोक्ता हितों का संरक्षण करने वाले संगठन भी शिकायतें कर रहे थे परंतु अब बाबा खुद कोर्ट की शरण में हैं। बाबा की कंपनी ने न्याय की गुहार लगाई है। पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड ने YOGA GURU KARAMVEER की कंपनी KALPAMRIT AYURVED PVT. LTD के खिलाफ शिकायत की है।
पतंजलि का कहना है कि महर्षि पतंजलि परिवार की यूनिट कल्पामृत आयुर्वेद लिमिटेड एलो वेरा जूस, शैम्पू, टूथपेस्ट और अन्य FMCG प्रॉडक्ट्स को ऐसी पैकेजिंग के साथ बेच रही है जो पतंजलि के प्रॉडक्ट्स के जैसी है। कल्पामृत आयुर्वेद योग गुरू स्वामी करमवीर की अगुआई में चलती है। स्वामी करमवीर रामदेव के पुराने पार्टनर हैं। रामदेव, करमवीर और आचार्य बालकृष्ण ने साथ मिलकर दिव्य योग ट्रस्ट (अब पतंजलि योगपीठ) की स्थापना की थी। पतंजलि आयुर्वेद का आरोप है कि कल्पामृत पतंजलि के प्रॉडक्ट्स की पैकिंग की नकल कर प्रॉडक्ट्स बेच रहा है और इससे पतंजलि की साख खराब हो रही है।
पतंजलि ने कोर्ट में कल्पामृत पर हरे और केसरिया लोगो का भी अपने ब्रैंड के साथ इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। पतंजलि का कहना है कि यह लोगो उसके लोगो के जैसा दिखता है। पतंजलि ने कंपनी के लिए महर्षि पतंजलि परिवार के नाम का इस्तेमाल करने पर भी आपत्ति जताई है। इस मामले पर अगली सुनवाई 7 मई को होगी।
इस बारे में पतंजलि के प्रवक्ता एस के तिजारावाला ने बताया, 'हमारी शुरुआत 2006 में हुई थी और स्वामी करमवीर की फर्म 2015-16 में शुरू हुई है।' उन्होंने कहा कि कोर्ट ने मंगलवार को कल्पामृत पर महर्षि पतंजलि परिवार के नाम के साथ ही हरे और केसरिया लोगो का इस्तेमाल करने पर रोक लगा दी। तिजारावाला के अनुसार, 'कल्पामृत अपने प्रॉडक्ट्स की पैकेजिंग पर महर्षि पतंजलि परिवार का इस्तेमाल कर रही है और वे हमारी नकल कर रहे हैं। स्वामी जी (रामदेव) ने पतंजलि का नाम 25 वर्ष पहले रजिस्टर्ड कराया था।' पिछले कुछ सालों में रामदेव की पतंजलि ने मार्केट की स्थिति को पूरी तरह बदल दिया है। 2016-17 में कंपनी का रेवन्यू 10,500 करोड़ रुपये था।
हालांकि, कल्पामृत के प्रवक्ता का कहना है उन्हें फर्म के खिलाफ अदालती मामला दाखिल होने की कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने बताया, 'हमें कोर्ट से कोई नोटिस नहीं मिला है और हमारे पास इसे लेकर कोई जानकारी नहीं है। इस वजह से हम कोई टिप्पणी नहीं कर सकते।'
कल्पामृत की वेबसाइट के अनुसार, स्वामी करमवीर, बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने अपनी यात्रा की शुरुआत 1990-91 में की थी और हरिद्वार में दिव्य योग ट्रस्ट की स्थापना की थी। वेबसाइट पर बताया गया है कि कल्पामृत आयुर्वेद प्राइवेट लिमिटेड जाने माने योग गुरू और आयुर्वेद के विशेषज्ञ स्वामी करमवीर के मार्गदर्शन में काम करता है। हालांकि, तिजारावाला का कहना है कि स्वामी करमवीर ने ट्रस्ट से इस्तीफा दे दिया था। कल्पामृत अभी विभिन्न राज्यों में 100 से अधिक फ्रेंचाइजी स्टोर्स चलाता है। इन स्टोर्स में शहद, जैम, सरसों का तेल, मसाले, साबुन हर्बल टी, टोमेटो केचप जैसे उसके ब्रैंडेड प्रॉडक्ट्स बेचे जाते हैं।