नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता जी वी एल नरसिम्ह राव ने पाकिस्तान के आतंकी सरगना हाफिज सईद और कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया को एक जैसा बताया है। सोशल मीडिया में इस पर आपत्ति उठाई जा रही है। कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री एक संवैधानिक पद होता है, इस पर बैठे व्यक्ति को आतंकवादी के समान नहीं कहा जा सकता। यदि ऐसा है तो कर्नाटक में राष्ट्रपति शासन होना चाहिए। बीजेपी प्रवक्ता के इस तर्क को ट्वीटर पर कुछ खास समर्थन नहीं मिला। उनके पास 61000 से ज्यादा फालोअर्स हैं परंतु इस बयान को रात 10:40 बजे तक मात्र 113 लोगों ने लाइक किया और 61 लोगों ने रीट्वीट किया। 16 लोगों ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्ति की है। इनमें से भी कुछ ने प्रवक्ता की खिंचाई की है।
भाजपा प्रवक्ता जी वी एल नरसिम्ह राव ने संवाददाताओं से कहा कि सिद्धरमैया की हताशा और निराशा जाहिर है। वोट बैंक की राजनीति के कारण कर्नाटक के मुख्यमंत्री भाजपा और आरएसएस पर आधारहीन आरोप लगा रहे हैं और हाफिज सईद के उन विचारों का ही जिक्र कर रहे हैं जो भारत, भाजपा, आरएसएस को आतंकवादी मानता है। उन्होंने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि क्या कांग्रेस नेता चुनाव के बाद सईद की नई पार्टी में शामिल होंगे।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने हाल ही में भाजपा और आरएसएस कार्यकर्ताओं को हिन्दू चरमपंथी बताया था। उल्लेखनीय है कि कर्नाटक में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं जहां भाजपा प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस को हटाने के लिये जोर लगा रही है। राव ने अपने ट्वीट में कहा कि आप एक ओर हाफिज सईद का बयान देखें और दूसरी ओर सिद्धरमैया का बयान देखें। दोनों में समानता है। इस प्रकार का कर्नाटक के मुख्यमंत्री का बयान अपने कुशासन से ध्यान बांटने का प्रयास है। मुख्यमंत्री को इसके लिये माफी मांगनी चाहिए।
What a similarity of perspectives and ideologies? Do I need to say more? दृष्टिकोण और विचारधाराओं की क्या समानता है? क्या मुझे कुछ और कहने की जरूरत है? pic.twitter.com/45f1g1xIoo— GVL Narasimha Rao (@GVLNRAO) January 11, 2018