अहमदाबाद। गुजरात की नई भाजपा सरकार के सामने से नितिन पटेल का संकट कम हुआ तो पुरुषोत्तम सोलंकी (MINISTER PURSHOTTAM SOLANKI) तनाव बनकर तन गए। आज वो बगावत के मूड में नजर आए। वो कैबिनेट की मीटिंग में भी शामिल नहीं हुए। पूछने पर तुनककर जवाब दिया 'तीसरी बार मुझे यह विभाग संभालने के लिए दिया गया है। क्या मैं समुद्र किनारे जाकर बैठूं और मछली पकड़ूं?' उन्होंने यह भी कहा कि 2019 में लोकसभा चुनाव आ रहा है। कोली समाज तय करेगा कि उसे किसके साथ जाना है।
गुजरात में इधर विजय रूपाणी कैबिनेट की मीटिंग चल रही थी और उधर मत्स्य पालन मंत्री एवं कोली नेता पुरुषोत्तम सोलंकी अपने आवास पर थे। उनके भाई एवं पूर्व भाजपा विधायक हीरा सोलंकी के नेतृत्व में समर्थक गांधीनगर में आज पुरुषोत्तम सोलंकी के आवास पर एकत्र हुए और अपने नेता को अच्छा विभाग दिए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि विधायक के तौर पर यह मेरा पांचवां कार्यकाल है। फिर भी तीसरी बार मुझे यह विभाग संभालने के लिए दिया गया है। क्या मैं समुद्र किनारे जाकर बैठूं और मछली पकड़ूं?”
असंतुष्ट कोली नेता ने संवाददाताओं से कहा कि उनके समुदाय के लोगों को लगता है कि उन्हें कुछ और विभाग दिए जाने चाहिए। पुरुषोत्तम सोलंकी ने अपने आवास पर संवाददाताओं से कहा, ‘‘कोली समुदाय के लोगों को मैंने नहीं बुलाया है। वे एकजुटता व्यक्त करने अपनी मर्जी से आए हैं। कोली समुदाय को लगता है कि मुझे कुछ और विभाग दिए जाने चाहिएं। अपने भाई से मिलने के बाद हीरा सोलंकी ने कहा कि कोली समुदाय अपनी भावनाओं से भाजपा नेतृत्व को अवगत कराएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘कोली समुदाय को विश्वास है कि न्याय होगा। कल पुरुषोत्तम सोलंकी ने खुद को दिए गए विभाग को लेकर नाराजगी जताई थी और ‘‘बेहतर’’ विभागों की मांग की थी। उन्होंने दावा किया था कि पांच बार विधायक रहने के बावजूद नेतृत्व ने उनकी अनदेखी की, जबकि कई ‘‘कनिष्ठों’’ को ‘‘बेहतर विभाग’’ दिए गए हैं।
कोली समुदाय के नेता को मत्स्य राज्यमंत्री बनाया गया है। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती सरकार में भी वह मत्स्य राज्यमंत्री थे। कल कार्यभार संभालने के बाद सोलंकी ने खुद को आवंटित विभाग को लेकर असंतोष व्यक्त किया था और कहा था कि मुख्यमंत्री के पास 12 विभाग हैं तथा अन्य मंत्रियों के पास भी कई-कई विभाग हैं।
उन्होंने कहा था, ‘‘मेरा कोली समुदाय चाहता है कि उसे गुजरात कैबिनेट में बेहतर प्रतिनिधित्व दिया जाना चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि राज्य मंत्रिमंडल में कोली समुदाय से वह एकमात्र मंत्री हैं।सोलंकी ने कहा था, ‘‘2019 के लोकसभा चुनाव नजदीक हैं। इससे पहले कोली समुदाय को तय करना होगा कि किसका समर्थन किया जाए।