नई दिल्ली। कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो गईं हैं। 10 फरवरी को राहुल गांधी का KARNATAKA दौरा शुरू हो जाएगा। गुजरात में सरकार बनाने के लिए RAHUL GANDHI ने मंदिरों के दर्शन किए थे। कर्नाटक में सरकार बचाने के लिए TEMPLE RUN होगा। इस सबके बीच सबसे महत्वपूर्ण भूमिका उडुपी के श्रीकृष्ण मंदिर (SHRI KRISHNA TEMPLE UDUPI) की होगी। सीएम सिद्धारमैया उडुपी अष्ठ मठ (UDUPI ASTHA MATHA) से मतभेद रखते हैं। राहुल गांधी का यहां पहुंचना सुनिश्चित है। देखना यह है कि क्या राहुल गांधी के साथ SIDDHARTH MAIYA भी उडुपी आएंगे। इस बार उडुपी अष्ठ मठ चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा।
बेंगलुरु के पत्रकार श्री शशिधर हेगड़े की रिपोट के अनुसार देश भर में सिमट रही कांग्रेस किसी भी कीमत पर यहां सत्ता बचाने की कोशिश में है। उधर, टेंपल रन के जरिए कांग्रेस को संभावित फायदे का श्रेय लेने के लिए प्रदेश के दिग्गज नेताओं में होड़ सी मची है। बताया जा रहा है कि इसे लेकर इन नेताओं में कोल्ड वॉर जारी है। सीएम सिद्धारमैया के साथ ही कई वरिष्ठ नेता इसका लाभ लेने की कोशिश में हैं।
बता दें कि राहुल गांधी 10 फरवरी से 12 फरवरी तक राज्य में दौरा करेंगे। प्रचार सभा और अलग अलग संवाद सभा के कार्यक्रम को अभी अंतिम रूप देना बाकी है। इधर, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और अन्य नेताओं के झगड़े के कारण से उलझन की स्थिति है। ऐसे में पार्टी की फजीहत भी हो रही है।
सॉफ्ट हिंदुत्व पर कांग्रेस का फोकस
पार्टी सूत्रों के मुताबिक आलाकमान से संदेश मिलने के बाद पार्टी के स्थानीय नेताओं ने भी सॉफ्ट हिंदुत्व पर फोकस शुरू कर दिया है। रणनीति यह है कि बीजेपी को जवाब उसी की रणनीति के तहत देना है। पार्टी मान रही है कि इसके लिए गुजरात की रणनीति कारगर है।
टेंपल रन की शुरुआत को लेकर असमंजस
राहुल गांधी का टेंपल रन तो सुनिश्चित माना जा रहा है लेकिन उसकी शुरुआत कहां से की जाए, इसे लेकर अभी पार्टी में असमंजस की स्थिति है। कई जगहों को लेकर विचार चल रहा है। इसमें सीएम सिद्धारमैया के मैसूर और मल्लिकार्जुन खड़गे के कलबुर्गी-बीदर क्षेत्र की भी चर्चा है। इसके अलावा उडुपी श्रीकृष्ण मंदिर से भी राहुल यहां शुरुआत कर सकते हैं। दरअसल, कर्नाटक कांग्रेस के प्रभारी के.सी. वेणुगोपाल चाहते है कि कांग्रेस के अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार राहुल राज्य का दौरा कर रहे हैं। इसलिए कलबुर्गी क्षेत्र में यात्रा करना सबसे अच्छा है, जहां पिछले चुनाव में पार्टी को ज्यादा सीटें मिली हैं।
सिद्धारमैया मैसूर के पक्ष में
सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की कैलकुलेशन अलग है। वह चाहते हैं कि राहुल मैसूर से यात्रा शुरू करें। मैसूर में विश्व प्रसिद्ध चामुंडेश्वरी देवी का मंदिर है। नजदीक में वीरशैव-लिंगायत समुदाय का सुत्तूर मठ है। सीएम मानते हैं कि माता चामुंडेश्वरी के दर्शन से शुरुआत होने से हिंदुओं के बीच में एक सकारात्मक संदेश जाएगा। उधर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ.जी. परमेश्वरा तुमकुर सिद्धगंगा मठ से राहुल की यात्रा शुरू कराना चाहते हैं। सिद्धगंगा भी वीरशैव-लिंगायत भक्त ज्यादा जाते हैं। लेकिन यह मठ सभी जाति-धर्म के लोगों के लिए प्रिय है।
उडुपी के श्रीकृष्ण करेंगे सिद्धारमैया की किस्मत का फैसला
उडुपी में भगवान श्रीकृष्ण का मंदिर है। यहां भी राहुल का जाना सुनिश्चित है लेकिन इस यात्रा में राहुल के साथ सीएम सिद्धारमैया के जाने की संभावना कम है। वजह यह कि सिद्धारमैया को उडुपी अष्ठ मठ के साथ पुराना मतभेद है। एक बार पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी उडुपी में थे, वहां राज्य सरकार का अधिकृत कार्यक्रम भी था। पर, सिद्धारमैया अनुपस्थित थे। उधर, सूत्रों के मुताबिक पार्टी के अंदर ऐसी चर्चा है कि इस बार राहुल के साथ सिद्धारमैया उडुपी यात्रा नहीं करते हैं तो पार्टी को खासा नुकसान हो सकता है।