भोपाल। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने अपने नेताओं पर लगाम कसने और कांग्रेस नेताओं की जमीनी हकीकत जानने के लिए एक जाूससी नेटवर्क तैयार किया है। भाजपा में इसकी विधिवत नियुक्तियां की गईं हैं। इस विभाग का नाम दिया गया है पॉलिटिकल फीडबैक एंड रिस्पॉन्स डिपार्टमेंट। इसमें 11 जिलाध्यक्षों की नियुक्तियां कर दी गईं हैं। इनका काम है अपने अपने इलाकों से जानकारियां जुटाकर अमित शाह तक भेजना।
दरअसल, सियासत का ये भी खूब हुनर है कि दुश्मन से मुकाबला करना हो तो खुद से ज्यादा सामने वाले खेमे की खबर रखो। कुछ इसी फॉर्मूले पर चलते हुए बीजेपी अब आगे बढ़ रही है। यही वजह है कि चुनावी साल में पॉलिटिकल फीडबैक एंड रिस्पॉन्स डिपार्टमेंट को धार देने की कवायद शुरू हो गई है।
हाल ही में पार्टी ने मध्य प्रदेश में पहली बार गठित हुए पॉलिटिकल फीडबैक एंड रिस्पॉन्स डिपार्टमेंट के 11 जिला संयोजकों के नाम का ऐलान किया है। इनमें मुरैना, गुना, छतरपुर, जबलपुर, नरसिंहपुर, भोपाल, रायसेन, इंदौर, बड़वानी, अनूपपुर, सीहोर जिलों के नाम शामिल हैं।
खास बात ये है कि पॉलिटिकल फीडबैक एंड रिस्पॉन्स डिपार्टमेंट की पहल बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की ओर से राष्ट्रीय स्तर पर विभाग का गठन कर की गई थी। बाद में इस फॉर्मूले को अब राज्यों में लागू करने का फैसला किया गया है। चुनावी साल की तैयारियों के लिहाज से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इससे पहले अपने विधायकों का फीडबैक इकट्ठा कर चुके हैं।
माना जा रहा है कि अगले चुनाव में विधायकों का टिकट भी इसी फीडबैक के आधार पर तय होगा, लेकिन चुनावी तैयारी के लिहाज से कोई कमी न रह जाए लिहाजा पार्टी अब संगठन के स्तर पर अपने नेताओं के साथ-साथ विरोधी खेमे की खबर रखने के लिए पॉलिटिकल फीडबैक एंड रिस्पॉन्स डिपार्टमेंट को धार दे रही है।