भोपाल। विवादित फिल्म पद्मावत (CONTROVERSIAL FILM PADMAVATI) को सुप्रीम कोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद राजपूत समाज (RAJPUT SOCIETY) के कुछ संगठनों के नेता भड़क गए हैं। उन्होंने विवादित बयान जारी किए हैं। उज्जैन में श्री राजपूत करणी सेना (SHRI RAJPUT KARNI SENA) के संस्थापक लोकेंद्र सिंह कालवी (LOKENDRA SINGH KALVI) ने ऐलान किया है कि यदि 25 तारीख को फिल्म रिलीज हुई तो कर्फ्यू लगेगा। रायपुर के सर्व राजपूत क्षत्रिय महासभा के प्रदेश अध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह जूदेव का कहना है कि फिल्म का विरोधी जारी रहेगा। सिनेमाघर संचालकों ने फिल्म दिखाई तो उन्हे खामियाजा भुगतना होगा।
सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश को उज्जैन की करणी सेना और रायपुर की सर्व राजपूत क्षत्रिय महासभा मानने को तैयार नहीं है। उन्जैन के करणी सेना के संस्थापक लोकेंद्र सिंह कालवी ने कहा, "फिल्म 'पदावत' के रिलीज के दिन 25 जनवरी को जनता कर्फ्यू लगेगा। किसी का फिल्म देखने का मन है, तो मेरा मानना है कि फिल्म नहीं देखें। कल मुंबई में चर्चा की जाएगी। फिल्म के प्रदर्शन पर बड़ी घोषणा की जा सकती है।
वहीं, राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के प्रदेश सचिव जीवन सिंह सोलंकी ने कहा, 'कहीं भी हिंसा होगी उसके लिए जिम्मेदार सुप्रीम कोर्ट होगा। कौन होता है सुप्रीम कोर्ट बैन हटाने वाला। वहीं, दूसरी तरफ रायपुर के सर्व राजपूत क्षत्रिय महासभा के प्रदेश अध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह जूदेव ने एक बड़ा बयान देते हुए कहा है कि उनका समाज सुप्रीम कोर्ट के फैसले को नहीं मानेगा। उन्होंने यह भी कहा है कि फिल्म 'पद्मावत' के खिलाफ विरोध जारी रहेगा।
बनाई जाएगी फिल्म के विरोध की रणनीति
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद जूदेव ने फिल्म दिखाने पर खामियाजा भुगतने तक की चेतावनी भी दे डाली है। उन्होंने कहा है कि वह सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू पिटीशन दायर करेंगे। साथ ही आज (18 जनवरी) शाम छत्तीसगढ़ के क्षत्रिय समाज के संगठन के साथ बैठक कर फिल्म के विरोध की रणनीति भी बनाई जाएगी।