नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ मध्यप्रदेश में आ रहे विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए दलित आदिवासियों पर फोकस कर रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जातिवाद विरोधी बयान दे रहे हैं। PM MODI ने देश में हो रही जाति केंद्रित राजनीति और लोकतंत्र खतरे में है जैसे नारों पर जवाब दिया है। एक टीवी चैनल को दिए साक्षात्कार में NARENDRA MODI ने कहा कि यह देश का दुर्भाग्य है। इसके बजाय देश में विकास, एकता और हमारे दूरगामी भविष्य के मुद्दों पर राजनीति होनी चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'ऐसी समस्याओं से निपटने और आनेवाली पीढ़ी को भारतीय संस्कृति से जोड़े रखने के लिए हमने एक भारत, श्रेष्ठ भारत अभियान चलाया है।' वंदे मातरम और राष्ट्रगान गाने को लेकर दबाव बनाने की घटनाओं पर पूछे जाने पर प्रधानमंत्री ने कहा कि इस पर हमें सोचने की जरूरत है।
बता दें कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने मध्यप्रदेश के विदिशा शहर में हुई समन्वय बैठक में निष्कर्ष निकाला कि शिवराज सिंह विरोधी लहर के बीच भाजपा की सरकार बनाने के लिए दलित आदिवासियों के वोटों का ध्रुवीकरण जरूरी होगी। इसके तत्काल बाद श्योपुर में 'विराट हिंदू संगम' के आयोजन का खाका खींच लिया गया। इस सम्मेलन को खुद मोहन भागवत (MOHAN BHAGWAT) संबोधित करेंगे। इसमें 2 लाख दलित आदिवासियों को एकजुट करने का लक्ष्य तय किया गया है।