जबलपुर। पेटीएम में पैसा रखना एक कारोबारी को भारी पड़ गया। ना तो पेटीएम प्रबंधन उसकी कोई मदद कर रहा है और ना ही पुलिस। मामला दर्ज किया जा चुका है परंतु इसके आगे बात नहीं बढ़ रही है। पीड़ित व्यापारी का सवाल यह है कि जब पेटीएम से एक दिन में लेनदेन की लिमिट 25 हजार फिक्स है तो फिर 80 हजार कैसे निकल गए। पेटीएम का सिस्टम इसके लिए जिम्मेदार है। बता दें कि पेटीएम देश की सबसे बड़ी ऐसी एप्लिकेशन है जिसके माध्यम से सर्वाधिक वित्तीय व्यवहार होते हैं। यह देश के छोटे कारोबारियों के बीच काफी लोकप्रिय है एवं व्यापारी इसमें अपना काफी पैसा छोड़ देते हैं।
मास्टर माइंड कोई जानकार ही है
दीपक संघी ने बताया कि उन्हें संदेह है कि ठगी करने वाले चार लोग कोई और हैं, लेकिन उनका मास्टर माइंड शहर का ही है। जिसे उनके बारे में जानकारी है। कस्टमर केयर ने उन्हें चार नंबर दिए थे, जिसमें बहुत मेहनत करने के बाद राजस्थान के अलवर जिले के सल्वर खान और रमजान खान के नाम सामने आए हैं।
ऐसे किया गया पेटीएम अकाउंट हैक
काराबारी दीपक संघी के पास एक फोन आया। कॉल रिसीव करते ही फोन करने वाले ने पूछा कि आप की स्पोर्ट्स के सामान की दुकान है। उसे कुछ सामान चाहिए। सामान 2700 रुपए का था, जिसे उसने कटनी भेजने के लिए कहा था। बैंक बंद होने के कारण उसने पेटीएम से पेमेंट करने को कहा था। जालसाज ने कारोबारी को पहले 11 रुपए पेटीएम किए और फिर 5 रुपए रिफंड मांगे। दीपक ने जैसे ही 5 रुपए रिफंड किए, उनके अकाउंट से 1 सेकेंड में 4 अलग-अलग मोबाइलों से 20-20 हजार कर 80 हजार रुपए निकाल लिए थे। उन्होंने दो जनवरी को बैंक में जाकर अपने अकाउंट चेक किए कि कहीं पेटीएम के रुपए ट्रांसफर तो नहीं हो गए लेकिन जब किसी में रिकार्ड नहीं मिला, तो मामले की शिकायत थाने में की गई।