भोपाल। भाजपा के नेताओं ने सरकार की परिभाषा ही बदल दी है। वो सरकार की संवैधानिक जिम्मेदारियों को भी स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं। सतना से लगातार तीसरी बार सांसद चुने गए भाजपा नेता गणेश सिंह ने भी बेतुका और विवादित बयान दे डाला। भाजपा के इस अनुभवी सांसद ने कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन की मौजूदगी में भरे मंच से कहा कि अगर किसानों को फसल का उचित समर्थन मूल्य नहीं मिल रहा है तो इसमें सरकार क्या दोष? सांसद ने कहा कि अगर किसान की फसल आवारा जानवर खा रहे है तो किसान 10 हजार में चरवाहा रख लें। पूरा वाकया सतना के कौशल विकास केंद्र के लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान हुआ। कार्यक्रम में कृषि मंत्री के अलावा सत्तापक्ष के सांसद, विधायक और जिले भर के जनप्रतिनिधियो के अलावा कलेक्टर भी मौजूद थे।
किसानों की तालियों से नाराज हुए सांसद
कृषि लाभ का धंधा है, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह हर मंच से बोलते हैं। सतना से तीसरी बार चुने गए सांसद गणेश सिंह कैसे पीछे रहते। सतना सांसद गणेश सिंह माइक मंच पर जब आए तो किसानों से सरकार की उपलब्धियां गिनाने लगे। सांसद की बात एक किसान को नहीं पची और सरकार पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाते हुये जोर-जोर से चिल्लाने लगा। उसकी बातों के समर्थन में पंडाल में मौजूद सारे किसानों ने खूब तालियां बजाई। हंगामा देख सतना सांसद भी किसानों को दो टूक जवाब देने से पीछे नही रहे।
किसान 10 हजार में चरवाहा रख लें
उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा, फसल का समर्थन मूल्य नहीं मिल रहा है तो इसमें सरकार क्या दोष? जितना हो सकता है सरकार किसानों के लिये कर रही है। सभा में मौजूद किसानों को चेतावनी भरे लहजे में नसीहत भी दे डाली कि जिले की 24 लाख आबादी है जिसमे 22 लाख आवारा मवेशी धूम रहे हैं। खेती चौपट कर रहे हैं, किसान मवेशियों को आवारा न छोड़ें, किसान चरवाहे को 10 हजार वेतन पर रखें तो सब संभाल लेगा। सतना सांसद का बयान जिले के किसानों को जरा भी रास नहीं आया।