
हरभजन सिंह ने एक इंटरव्यू में कहा कि ‘दक्षिण अफ्रीका के मुश्किल दौरे से पहले धर्मशाला की ऊंचाई और ठंडे मौसम के साथ वहां तेजी और उछाल के बीच तैयारी करना अनुकूल होता। इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि अगर रहाणे खेलते तो नतीजा कुछ और होता। मैं कुछ आंकड़े देख रहा था। विराट कोहली की कप्तानी में रहाणे की औसत 30 टेस्ट मैच में 40 से कम की है। इसके साथ ही पिछले एक साल से उन्होंने बहुत ज्यादा रन नहीं बनाए हैं।
हरभजन सिंह ने आगे कहा कि, ‘अगर रहाणे खेलते और भारतीय टीम 0-2 से पीछे होती तो हम कहते की रोहित को टीम में ले आओ। हमें कप्तान के दृष्टिकोण को समझना होगा। रहाणे के टीम में रहने, ना रहने पर अलग अलग राय हो सकती है लेकिन भुवनेश्वर को टीम में होना चाहिए था।’ इस ऑफ स्पिनर का मानना है कि श्रीलंका के खिलाफ घरेलू श्रृंखला से भारत को बहुत कम फायदा हुआ है। भारत को शायद ही उससे कुछ मिला। इससे अच्छा यह होता कि कुछ भारतीय क्रिकेटर पहले ही दक्षिण अफ्रीका चले जाते। अगर दक्षिण अफ्रीका नहीं, तो तैयारियों के लिए धर्मशाला भी उपयुक्त जगह है।’