नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने स्टर्लिंग ग्रुप के एक डायरेक्टर राजभूषण ओमप्रकाश दीक्षित को गिरफ्तार किया है। दीक्षित पर सीबीआई ने 5000 करोड़ के कथित बैंक लोन घोटाला मामले में उन्हें नामजद किया था। दीक्षित को ईडी ने गुरुवार शाम को गिरफ्तार किया और शुक्रवार को स्थानीय अदालत में पेश किया। मेट्रोलपोलियन मजिस्ट्रेट सुमित आनंद ने दीक्षित को एक दिन के लिए ईडी की कस्टडी में भेज दिया है। ईडी के वकील ने केस का बड़ा मामला बताते हुए 14 दिन की कस्टडी मांगी थी लेकिन कोर्ट ने एक दिन के लिए दीक्षित की कस्टडी दी।
मामले में अब तक तीन गिरफ्तारी
इस मामले में राजभूषण ओमप्रकाश दीक्षित तीसरे शख्स हैं, जिन्हें गिरफ्तार किया गया है। इससे पहले दिल्ली के एक कारोबारी गगन धवन को बीते साल नवंबर में और आन्ध्रा बैंक के पूर्व डायरेक्टर अनूप प्रकाश गर्ग को इसी महीने के शुरू में ईडी ने गिरफ्तार किया है। गर्ग इस समय न्यायिक हिरासत में हैं जबकि गगन धवन को 4 जनवरी कोर्ट ने जमानत दे दी थी। सभी गिरफ्तारियां प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट 'पीएमएलए' के तहत हुई हैं।
सीबीआई ने STERLING BIOTECH और उसके निदेशकों जिनमें चेतन जयंतीलाल संदेसरा, राजभूषण ओमप्रकाश दीक्षित, दीप्ति चेतन संदेसरा, नितिन जयंती संदेसरा और विलास जोशी, सीए हेमंत हाथी और कुछ अन्य अज्ञात के खिलाफ कथित बैंक धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था। इन सभी पर आरोप है कि कंपनी ने आंध्रा बैंक की अगुवाई वाले गठजोड़ से 5,000 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था, जो एनपीए बन गया था। एफआईआर में यह भी आरोप लगाया गया है कि समूह की कंपनियों पर 31 दिसंबर 2016 तक कुल बकाया 5,383 करोड़ रुपए हो गया था।