
बिजली कंपनी ने सप्लाई तक बंद नहीं की
संबंधित बिजली स्टेशन को इसकी सूचना दी गई। बाबजूद इसके बिजली सप्लाई बंद नही की गई। परिजनों को पावर स्टेशन जाना पड़ा। मृतक के परिजन पीएम के पूर्व बिजली कर्मचारियों सहित दोषियो पर कार्रवाई के अलावा आर्थिक मुआवजा की मांग कर रहे थे लेकिन एसडीएम ने ध्यान हीं दिया। तब कलेक्टर को इसकी सूचना दूरभाष पर दी गई। कलेक्टर की फटकार के बाद एसडीएम तहसीलदार पीएम हाउस पहुॅचे और उचित मुआवजा के साथ साथ कार्रवाई का अश्वासन दिया तब परिजन पीएम के लिये राजी हुये। इतनी बडी घटना धटने के बाद भी बिजली कंपनी के आला अधिकारी घटना स्थल पर नही पहुॅचे सूचना स्रोत्र बंद बताते रहे।
ग्रामीणो ने आरोप लगाया है कि हाईटेंशन के बिजली तार वर्षों से जमीन को स्पर्श कर झूल रहे है। अनेकों बार संबंधित ओआईसी ओपी अग्रबाल से कहा गया लेकिन कोई ध्यान नही दिया गया। तार बदलने के एवज में सुविधा शुल्क मांगते थे। गॉव में हैल्पर कभी कभार आते है। अगर तार कसे होते तो शायद महिला की मौत नही होती।