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दिनभर मुजरिमों की धरपकड़ में परेशान रहने वाली पुलिस मंच पर कुछ इस तरह प्रस्तुति दे रही थी मानो यह पुलिस के अधिकारी नहीं बल्कि रंगमंच के प्रोफेशनल कलाकार हो। दफ्तर में अधीनस्थों को अपनी शक्ति और कड़क मिजाज से टाइट रखने वाले आईपीएस अधिकारी और उनके परिजन जब डांस फ्लोर पर संगीत की धुनों पर थिरके और मंच पर अपने नाटकीय अदाओं से अभिनय कला दिखाई तो सभी ने इनका लोहा माना। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में पुलिस अधिकारियों ने अपने परिवार के साथ शामिल हुए।
जहां एक और रेंप पर कैटवॉक कर सभी का दिल जीत लिया, तो वहीं नाट्य प्रस्तुति से लोगों को एकता का संदेश दिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी विशेष रुप से उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री आए तो थे कुछ देर शामिल होने के लिए लेकिन प्रस्तुतियां इतनी मनमोहक थी।
सीएम शिवराज पत्नी साधना सिंह के साथ पहुंचे
मुख्यमंत्री और उनकी पत्नी साधना सिंह देर रात तक प्रस्तुति देखते रहे। आईपीएस मीट में मध्य प्रदेश भर के पुलिस अधिकारियों की टीमों को प्रदर्शन के लिए अलग-अलग जोन में बांटकर यह जिम्मेदारी सौंपी गई थी। कानूनी धाराओं के पेच में उलझे रहने वाले आईपीएस अधिकारियों की मीट दो दिन चली। दूसरे दिन आनंद उत्सव के रूप में मनाया गया।