नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को गणतंत्र दिवस परेड के दौरान छठी पंक्ति में जगह मिलने पर विवाद जारी है। कांग्रेस के आरोप के बाद भारतीय जनता पार्टी की तरफ से लगातार पलटवार किया जा रहा है। अब बीजेपी ने कांग्रेस अध्यक्ष को वीआईपी दीर्घा में जगह मिलने को ही मेहरबानी करार दिया है। बीजेपी प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा कि राहुल गांधी वीआईपी एरिया में बैठने योग्य नहीं है और हमने उन्हें सम्मान दिया है। नरसिम्मा राव ने इसके पीछे नियम और परंंपरा का हवाला दिया।
नरसिम्हा राव ने कहा कि कांग्रेस के विचार में लोकतंत्र आज भी गायब दिखता है। उन्हें लगता है कि देश उनके परिवार और वंश के नाम पर चलेगा, जो कि लोकतंत्र के विपरीत मानसिकता है। नरसिम्हा राव कांग्रेस के ओछी राजनीति के आरोप पर भी जवाब दिया। उन्होंने जवाब में कहा कि ओछी राजनीति आप करते हैं, बीजेपी नहीं। राव ने ये भी कहा कि विरोधी दलों को सम्मान देना हमारी संस्कृति में है। जबकि कांग्रेस ने अपनी सरकार में हमारे राष्ट्रीय अध्यक्षों को ये इज्जत नहीं दी।
बता दें कि राहुल गांधी को गणतंत्र दिवस परेड के दौरान वीआईपी मेहमानों की छठी कतार में सीट दी गई थी। जिसे लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर ओछी राजनीति का आरोप लगाया है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा था कि अंहकारी शासकों ने सारी परंपराओं को दरकिनार करके पहले चौथी पंक्ति और फिर छठी पंक्ति में जानबूझकर राहुल गांधी को बिठाया।
कांग्रेस के इस आरोप पर एक तरफ जहां सुरक्षा कारणों से राहुल गांधी को छठी कतार में बैठाने की बात सामने आई है। वहीं बीजेपी ने ये कांग्रेस नेताओं को यूपीए का शासन भी याद दिलाया है। बीजेपी नेताओं ने कहा है कि यूपीए के शासन में बीजेपी अध्यक्षों को वीआईपी मेहमानों के साथ भी जगह नहीं मिलती थी।