भोपाल। मध्यप्रदेश की 2 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव का मतदान तो हो गया है लेकिन वोटरलिस्ट में गड़बड़ी के मामले में शिवपुरी कलेक्टर तरुण राठी का तनाव बढ़ गया है। इसी गड़बड़ी के मामले में अशोकनगर कलेक्टर बीएस जामोद को हटा दिया गया है। तब शिवपुरी कलेक्टर ने दावा किया था कि उनके यहां कोई गड़बड़ी नहीं है लेकिन अब पता चला है कि कोलारस सीट पर 13 हजार नाम गलत थे। यह ए,एस और डी कैटेगेरी के वोटर हैं। 'ए' यानी एबसेंट, 'एस' यानी शिफ्टेड और 'डी' यानी डेड।
केंद्रीय चुनाव आयोग को भेजी गई रिपोर्ट
निर्वाचन सूत्रों का कहना है कि मतदाता सूची में गड़बड़ी के लिए आयोग शिवपुरी कलेक्टर तरुण राठी को नोटिस भेजकर जवाब मांग सकता है। इस संबंध में राज्य निर्वाचन पदाधिकारी सलीना सिंह ने सीधे तौर पर तो कुछ भी नहीं कहा, लेकिन उन्होंने उपचुनाव की नियमित ब्रीफिंग में एक सवाल के जवाब में इतना जरूर बताया कि शिवपुरी कलेक्टर की विस्तृत रिपोर्ट मिल गई है, इसे आयोग को भेज दिया गया है।
6 फरवरी को फ्रीज हो गई थी सूची, इतने दिन बाद सामने आई गड़बड़ी
मुंगावली और कोलारस की वोटर लिस्ट अंतिम जांच के बाद 6 फरवरी को फ्रीज कर दी गई थी। इसके बाद ही सूची का अंतिम प्रकाशन किया जाता है। ऐसे में सवाल यह उठाता है कि 13 हजार नामों में गड़बड़ी कैसे हुई?
अागे क्या... शिवपुरी कलेक्टर पर हो सकती है कार्रवाई
कांग्रेस ने कोलारस की वोटर लिस्ट में 10 हजार फर्जी नाम होने की शिकायत की थी। तब कलेक्टर ने यहां सिर्फ 58 मृतकों के नाम सूची में होने की बात कही थी। उनका कहना था कि इसके लिए किसी कर्मचारी को दोषी नहीं ठहराया जा सकता है। अब रिपोर्ट आने के बाद उन पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है।
यशोधरा के मामले में भी कलेक्टर की भूमिका पर सवाल
खेल मंत्री यशोधराराजे सिंधिया के मामले में भी शिवपुरी कलेक्टर तरुण राठी की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं। वोटरों को धमकाने की शिकायत को आयोग ने सही पाया था, जबकि कलेक्टर ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि मंत्री द्वारा सभा नहीं की गई और न ही उन्होंने किसी मतदाता को धमकी दी।