हमीरपुर/उत्तराखंड। गर्ल्स कालेज की छात्रा को अपने रूम में बंधक बनाकर प्रोफेसर ने एक ही दिन में दो बार दुराचार किया है। मेडिकल रिपोर्ट में इसकी पुष्टि होने के बाद आरोपी टीचर ने भी अपना गुनाह कबूल कर लिया है। अनुसूचित जाति से संबंध रखने वाली पीडि़त छात्रा नाबालिग है और बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखती है। इसी की आड़ में अध्यापक ने अपनी ही स्टूडेंट को हवस का शिकार बना दिया। इसके तुरंत बाद छात्रा बीमार हो गई और अब पीलिया से पीडि़त है।
बीएससी द्वितीय वर्ष की पीडि़ता ने पुलिस को दिए लिखित बयान में कहा है कि नौ फरवरी को उक्त प्रोफेसर ने उसे बुक्स तथा नोटबुक के बहाने अपने रूम पर बुलाया था। उसका किराए का रूम कालेज परिसर के साथ लगता था। लिहाजा टीचर के कहने पर छात्रा बुक्स देने रूम में चली गई। इसके बाद आरोपी ने कमरा बंद कर छात्रा को रूम के भीतर बंधक बना लिया। छात्रा ने अपने बयान में कहा है कि अध्यापक ने मेरे साथ कुकर्म करने शुरू कर दिया। मेरे शोर मचाने पर अध्यापक ने कई तरह की धमकियां दे डालीं और बल का प्रयोग करते हुए मुझे उसी दिन दो बार हवस का शिकार बनाया।
इसके बाद मैं बुरी तरह सहम गई थी। अध्यापक ने मुझे मुंह खोलने पर बर्बाद करने की धमकी दे डाली थी। मैं चुपचाप घर चली गई और बीमार पड़ गई। मेरी इस हालत से कालेज की फ्रेंड्स बेहद टेंशन में आ गईं। मेरे दिमाग की नसें भी फट रही थीं। लिहाजा मैंने अपनी सारी आपबीती सहपाठी सहेलियों को सुना दी। इसके चलते इस वारदात की सूचना सहेली ने मेरी मां को बताई। इससे गुस्साई मां 15 फरवरी को हमीरपुर के गर्ल्ज कालेज पहुंच गई और आरोपी अध्यापक की छितर परेड कर दी।
पुलिस ने पीडि़ता के यह बयान उसके घर जाकर लिए हैं। इसके तुरंत बाद पुलिस ने नाबालिग से दुराचार करने पर आरोपी अध्यापक के खिलाफ पोक्सो एक्ट एवं भारतीय दंड संहिता की धारा 376 में केस दर्ज कर लिया। गुरुवार रात साढ़े 11 बजे आरोपी को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में अध्यापक ने अपने गुनाहों पर कोई सफाई नहीं देते हुए जुर्म कबूल कर लिया है। उसका कहना है कि नौ फरवरी को छात्रा से कुकर्म करने की गलती मुझसे हुई है। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया है। इस आधार पर उसे तीन दिन के रिमांड पर भेजा गया है। इससे पहले आरोपी तथा पीडि़ता दोनों का मेडिकल करवाया गया है। चिकित्सकों ने पीडि़ता के साथ रेप होने की मेडिकल में पुष्टि की है।
कालेज प्रबंधन की मुश्किलें बढ़ीं
नौ फरवरी को हुई इस वारदात का पता आरोपी अध्यापक की पिटाई का वीडियो वायरल होने से चला है। लिहाजा इस केस में कालेज प्रबंधन की मश्किलें भी बढ़ गई हैं। एसपी रमन कुमार मीणा का कहना है कि मामले में कालेज प्रबंधन की भूमिका की जांच की जा रही है।
पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल
एक छात्र संगठन के स्टूडेंट आरोपी अध्यापक की पुलिस के सामने जमकर पिटाई करते रहे। छात्र लात-घूसों से अध्यापक को पीटते रहे, लेकिन पुलिस मूकदर्शक बनी रही। वायरल हुए वीडियो में पुलिस की इस नाकामी को साफ देखा जा सकता है। एसपी हमीरपुर ने इस मामले पर भी पुलिस की भूमिका पर जांच के निर्देश दिए हैं।