
भाजपा अपने सालभर के खर्चे की व्यवस्था पार्टी कार्यकर्ताओं और समान विचारधारा वाले लोगों से निधि लेकर करती है। हाल ही में हुई संगठन नेताओं की बैठक में तय करती है। इसके लिए आजीवन सहयोग निधि की व्यवस्था है। इस सहयोग निधि का टारगेट में हर साल बीस फीसदी का इजाफा किया जाता है। पिछले साल पार्टी ने इस निधि के जरिए नौ करोड़ रुपए का चंदा जुटाया था। चुनावी साल को देखते हुए इस बार तय किया गया है कि इस बार बीस के बजाए तीस फीसदी का टारगेट रखा गया और 12 करोड़ रुपए इस निधि के माध्यम से जमा किए जाए। संगठन ने नेताओं से इससे अधिक राशि जमा करने को कहा है। संगठन चाहता है कि बड़े शहरों में एक वार्ड से कम से कम दो लाख रुपए सहयोग निधि के रूप में लिए जाएं। इन शहरों में भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर जैसे शहर शामिल हैं। इसके अलावा सागर, कटनी, रीवा, छिंदवाड़ा जैसे शहरों से हर वार्ड से कम से कम एक लाख रुपए सहयोग निधि के रूप में लेने का लक्ष्य रखा गया है।
इंदौर से आएंगे सवा करोड़, भोपाल से सिर्फ 50 लाख
प्रदेश की व्यवसायिक राजधानी कही जाने वाली इंदौर से आजीवन सहयोग निधि के रूप में सबसे ज्यादा राशि जमा की जाएगी। इंदौर को एक करोड़ का टारगेट मिला है पर पार्टी नेताओं को अपेक्षा है कि यहां से सवा करोड़ रुपए के आसपास जमा होंगे। इसके बाद संस्कारधानी जबलपुर का नंबर है, यहां से 75 लाख रुपए का इकट्ठा करने का टारगेट है। उज्जैन ने 65 लाख रुपए का टारगेट लिया है। वहीं राजधानी भोपाल से कम टारगेट लिया है। भोपाल और ग्वालियर सिर्फ 50- 50 लाख रुपए आजीवन सहयोग निधि के रूप में जमा करने पर सहमत हुए हैं। इसके अलावा रतलाम 35 लाख, कटनी, रीवा, मंदसौर समेत खंडवा आदि जिलों ने 25-25 लाख का टारगेट लिया है।
छोटे जिले अव्वल
आजीवन सहयोग निधि को जमा करने में छोटे जिले अव्वल हैं। इन जिलों ने एक ही दिन में संगठन द्वारा दिए गए टारगेट की पूरी राशि जमा करने का वादा किया है। इनमें राजगढ़, विदिशा, रायसेन, सीहोर जैसे जिले शामिल हैं। पिछली बार भी 18 जिलों ने एक ही दिन में संगठन का टारगेट पूरा कर जमा कर दिया था।
चुनाव के लिए 68 हजार कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग देगी भाजपा
मिशन 2018 में फतह के लिए भाजपा अपने 68 हजार कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देगी। यही प्रशिक्षण आठ से दस फरवरी तक सभी साढे सात सौ से अधिक मंडलों में आयोजित किया जाएगा। इस प्रशिक्षण के बाद ये कार्यकर्ता 11 फरवरी से सात दिनों तक हर बूथ पर महासम्पर्क अभियान के लिए निकलेंगे। चुनाव की दृष्टि से भाजपा 11 से 18 फरवरी तक मतदान केन्द्र स्तर तक महासम्पर्क अभियान चला रही है। बूथ में भेजे जाने वाले इन कार्यकर्ताओं को सात दिन बूथ पर ही गुजारने को कहा गया है। इन सात दिनों में उसे 50 नए सदस्य बनाने का भी लक्ष्य दिया गया है। इसके अलावा द्वितीय चरण में पालक-संयोजकों का प्रशिक्षण आयोजित किया जाएगा भाजपा की योजना चुनाव के पहले 90 हजार कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करने की है।