
गौसेवक सरकार से अपनी मांग मनवाने के लिए अब आर पार की लडाई लडने के मूड में है। मंगलवार को संघ ने भोपाल स्थित विधानसभा खंड-1 के सामने बने पार्क में सभी जिलाध्यक्षो के साथ बैठक कर मुख्यमंत्री निवास के घेराव का निर्णय लिया है। संघ ने चेतावनी दी है कि यदि उसके बाद भी सरकार ने उनकी मांगे नही मानी तो वे परिवार के साथ मिलकर राजधानी भोपाल में जल सत्याग्रह, भूख हडताल और विशाल आंदोलन कर अपनी मांगे मनवायेंगे जिसकी जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की होगी।
गौसेवक है महत्वपूर्ण कडी
संघ के प्रवक्ता दिनेश धाकड ने बताया कि गौसेवक पशुपालन विभाग एवं सरकार की महत्वपूर्ण कडी है। पशुपालन विभाग के कृत्रिम गर्भादान, प्राथमिक उपचार, टीकाकरण, बधियाकरण विभाग द्वारा चलाई जा रही सभी योजनाओँ में ईमानदारी से काम करते है। गौसेवक गोकुल महोत्सव, कृषि महोत्सव, गोपाल पुरुस्कार, नंदी शाला रयोजना, मुर्रा पाडा योजना में भी किसानों को जागरुक कर रहे है। बावजदू इसके उनको नियमित नही किया जा रहा है।
सरकार पर वादा खिलाफी का लगाया आरोप
मप्र गौसेवक संघ ने 26 मार्च 2017 को टीटी नगर दशहरा मैदान में राज्य स्तरीय सम्मेलन आयोजित किया था जिसमें पशुपालन मंत्री अंतर सिंह आर्य, सांसद आलोक संजर, और बीडीए के चैयरमेन ओम यादव ने अपने भाषण में गौसेवकों की पंचायत स्तर पर नियुक्ति और निश्चित मानदेय देने का आश्वासन दिया था। लेकिन आज दिनांक तक कोई कार्रवाई नही हुई इस वजह से गौसेवकों में आक्रोश व्याप्त है।
जिलाध्यक्षो का किया सम्मान
संघ ने जिलों में अपने दायित्वों का निर्वाहन करने पर प्रदेशाध्यक्ष राजेश धौलपुरे ने फूलो की माला पहनाकर सम्मानित किया साथ ही उन्हे नियुक्ति पत्र भी सौंपे। संघ ने शाजापुर के गौसेवक जगदीश शर्मा को मीडिया प्रभारी और मिथलेश मिश्रा को प्रदेश उपाध्यक्ष का दायित्व भी सौंपा।