
ये तीन शर्तें रखी गई हैं
इस बार रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) की भर्ती परीक्षा में शामिल होने के लिए अभ्यर्थियों को पांच गुना ज्यादा शुल्क देना होगा। आवेदन के दौरान आधार नंबर अनिवार्य नहीं होगा। साथ ही ऑनलाइन आवेदन में भर्ती बोर्ड और पद के विकल्प का कॉलम खत्म कर दिया गया है।
पहली बार की गई यह बढ़ोतरी
आरआरबी के अध्यक्ष ने बताया कि बोर्ड ने असिस्टेंट लोको पायलट (एएलपी) और टेक्नीशियन के विभिन्न पदों की भर्ती परीक्षा में आवेदन शुल्क बढ़ा दिया है। जनरल व ओबीसी कैटेगरी के अभ्यर्थियों को 100 रुपए की जगह अब 500 रुपए देने होंगे। यह पहला मौका है जब भर्ती बोर्ड द्वारा लिए जाने वाले आवेदन शुल्क में पांच गुना वृद्धि कर दी गई है। इसके पूर्व एएलपी की भर्ती परीक्षा के लिए 100 रुपए शुल्क लिया जाता था।
एससी/एसटी का शुल्क वापिस कर दिया जाएगा
वहीं एससी/एसटी के अभ्यर्थियों से भी पहली बार आरआरबी ने 250 रुपए आवेदन शुल्क मांगा है, लेकिन यह शुल्क वापिस कर दिया जाएगा। पर यह उन्हें ही वापिस किया जाएगा, जो परीक्षा में उपस्थित होंगे। आवेदन शुल्क वापिस लेने के लिए संबंधित अभ्यर्थी को रेलवे के साथ अपनी बैंक डिटेल शेयर करनी होगी। जिसके बाद उनके खातों में फीस रिफंड का पैसा आ जाएगा। इसके पूर्व एससी/एसटी अभ्यर्थियों द्वारा शुल्क लिए जाने का प्रावधान नहीं था।
आधार नहीं होगा अनिवार्य
रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) द्वारा ली जाने वाली भर्ती परीक्षाओं में आवेदन करने के दौरान अभ्यर्थियों के लिए अब आधार नंबर अनिवार्य नहीं होगा। आधार की अनिवार्यता से जुड़ा मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है। ऐसे में भर्ती बोर्ड नहीं चाहता कि परीक्षा को लेकर किसी भी तरह का कोई कानूनी विवाद हो। इसलिए इसकी अनिवार्यता नहीं रखी गई है। असिस्टेंट लोको पायलट और टेक्नीशियन की भर्ती परीक्षा के आवेदन में आधार नंबर का कॉलम रहेगा।
बड़ा झटकाः अब एक बोर्ड, एक पद, एक आवेदन
आरआरबी ने अपने परीक्षार्थियों को एक बड़ा झटका दिया है। आरआरबी की ओर से इस बार ऑनलाइन आवेदन में भर्ती बोर्ड और पद के विकल्प का कॉलम खत्म कर दिया गया है। अभी तक अभ्यर्थी एक से ज्यादा भर्ती बोर्ड और समान शैक्षणिक योग्यता वाले अलग-अलग पदों के लिए आवेदन कर सकते थे, लेकिन इस बार ऐसा नहीं है। इस बार आवेदन करने के बाद एक ऑनलाइन टेस्ट लिया जाएगा।
इस टेस्ट में पास होने वाले अभ्यर्थियों से लगभग एक माह बाद बोर्ड और पद के विकल्प के बारे में एसएमएस या रजिस्टर्ड ई-मेल द्वारा पूछा जाएगा। दरअसल पूर्व में हुई परीक्षाओं के दौरान एक से ज्यादा बोर्ड के लिए आवेदन करने की वजह से आवेदन पत्रों की संख्या काफी हो जाती थी। फिलहाल इस बार यह व्यवस्था समाप्त किए जाने से ऑनलाइन आवेदन करने वालों की संख्या में कमी आने की संभावना है।