ग्वालियर। एक चुटकुला है 'यदि किसी टीचर को प्रधानमंत्री बना दिया जाए तो उसका वेतन क्या होगा, जवाब है: वर्तमान प्रधानमंत्री से 10 हजार रुपए ज्यादा, क्योंकि वो ट्यूशन भी तो पढ़ाएगा।' यहां कुछ ऐसा ही हुआ है। नायब तहसीलदार की महिला रीडर अनीता श्रीवास्तव ने नामांतरण के लिए रिश्वत की मांग की। इस मांग में 8 हजार रुपए के साथ एक साड़ी और 4 किलो मटर भी शामिल थी। लोकायुक्त पुलिस ने उसे 4 हजार रुपए और 4 किलो मटर के साथ गिरफ्तार किया है।
मामला मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर का है। यहां लोकायुक्त ने नायब तहसीलदार की रीडर अनीता श्रीवास्तव को 4000 रुपए आैर 4 किलो मटर की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।रीडर ने फरियादी नंदकिशोर लौधी से जमीन के नामांतरण की एवज में आठ हजार की रिश्वत मांगी थी। रिश्वत न मिलने की वजह से रीडर अनीता ने बीते एक महीने से नामांतरण का काम अटका रखा था।
फरियादी नंदकिशोर ने इसकी शिकायत लोकायुक्त में की। लोकायुक्त ने जांच के बाद रिश्वत मांगने की शिकायत को सही पाया। फरियादी नंदकिशोर ने गोरखी स्थित दफ्तर में री़डर अनीता को चार हजार रुपए थमाए वैसे ही लोकायुक्त की टीम ने उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। महिला रीडर उससे दो हजार रुपए आैर साड़ी पहले ही वसूल चुकी थी।
नंदकिशोर ने बताया कि अनीता श्रीवास्तव ने उससे पूछा कि जिस भूमि का नामांतरण होना है, उसमें अभी कौन सी फसल की है। उसने बताया कि अभी मटर लगी है। अनीता श्रीवास्तव ने उससे कहा कि चार हजार के साथ मटर भी साथ लेकर आना।