भोपाल। मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह विरोधी लहर चल रही है। तमाम कोशिशों के बावजूद विरोध के स्वर थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। किसानों और कर्मचारियों के एक बड़े वर्ग को साधने की कोशिश चल रही है परंतु उनका भी कुछ खास असर दिखाई नहीं दे रहा है। करोड़ों रुपए के विज्ञापन, होर्डिंग और बड़े बड़े कार्यक्रम भी लोगों को खुश नहीं कर पा रहे हैं, अत: लोगों को खुश कैसे करें यह टिप्स जानने के लिए शिवराज सिंह चौहान सरकार ने 6 देशों के विशेषज्ञ बुलाएं हैं। कार्यक्रम का आयोजक सरकार का आनंद मंत्रालय है।
आनंद विभाग और आईआईटी खड़गपुर ने हैप्पीनेस इंडेक्स बनाने के संबंध में दो दिनी अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित की है। इसमें आनंद के पैमानों की पहचान करने के लिए विशेषज्ञ चर्चा करेंगे और लोगों को आनंदित करने की विधियों एवं उपकरणों के विकास के लिए अनुबंध किए जाएंगे। विशेषज्ञ इसे लेकर होने वाले सर्वे के लिए सवाल भी तैयार करेंगे।
शहर के एक होटल में आयोजित कार्यशाला में अमेरिका, दुबई, कनाडा सहित छह देशों के विशेषज्ञ शिरकत कर रहे हैं। हैप्पीनेस पर राजधानी में कार्यशाला का आयोजन महत्वपूर्ण माना जा रहा है। दरअसल, अन्य देशों में अपनाए गए खुशी के पैमानों का उपयोग करते हुए मध्य प्रदेश ने अपने पृथक पैमाने निर्धारित कर आम लोगों के जीवन में खुशी के स्तर को बढ़ाने की तैयारी की है।
ये अधिकारी लगाए नए आइडिया की खोज में
कार्यशाला में मुख्य रूप से अपर मुख्य सचिव आनंद विभाग इकबाल सिंह बैंस, राज्य आनंद संस्थान के सीईओ मनोहर दुबे, प्रो. राज रघुनाथन (यूएसए), डॉ. डेविड जोंस (दुबई), राज्य निर्वाचन आयुक्त आर. परशुराम, आईआईटी खड़गपुर के प्रो. एमके मंडल, प्रो. पी. पटनायक, प्रो. पी. मिश्रा, प्रो. जे. मुखर्जी, सुश्री जुनमोनी, गिरजा एवं अन्य प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं।