छिंदवाड़ा। शिक्षा और संघर्ष के रास्ते पर चलकर शिक्षा विभाग में संविलियन की लड़ाई जीतने में सफल रही अध्यापक संघर्ष समिति रविवार, 25 फरवरी को होटल जेपी इन में सम्मान समारोह करेगी। जिसमें जिले के उन अध्यापकों का सम्मान होगा, जिन्होंने शिक्षा और संघर्ष के रास्ते पर चलकर नियुक्ति दिनांक से चल रही शिक्षा विभाग में संविलियन की लड़ाई को जीता तथा अपने-अपने स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देकर 100 प्रतिशत रजिल्ट दिया तथा स्कूलों की मनमोहक सजावट से स्कूलों को स्वच्छता के उच्च मानदंडों पर ले जाकर खड़ा कर दिया है।
यह महत्वपूर्ण आयोजन सांसद कमलनाथ के मुख्य आथित्य में होगा, जिन्होंने अध्यापकों के संघर्ष में उनका साथ दिया और उनकी मांगों को पूरी ताकत के साथ शासन तक पहुंचाया। अध्यापक संघर्ष समिति इस दौरान सांसद कमलनाथ को आंदोलन में सहयोग करने के लिए धन्यवाद देगी तथा अभिनंदन करेगी।
संघर्ष समिति की ओर से अरविंद भट्ट, महेश भादे, ताराचंद भलावी, राघवेंद्र वसूले, मनोजकोलारे, रमेश पाटिल, योगेश दुबे, विनोद वर्मा, अखिलेश जंघेला, अजाब राव वानखेड़े, संतोष डोंगरे, बलराम डोंगरे, मदन चौबितकर, गुलाब राव आलोनकर, हारुन अख्तर, गणपत कावले, माया शर्मा, कविता डेहरिया, ऊषा इंगले, रचना सरेयाम, सुनीता इवनाती, सतीश मोहते, सविता विश्वकर्मा, देवराव पवार एवं जे एस उईके आदि ने *जिले के अध्यापकों से रविवार 25 फरवरी को अधिक से अधिक संख्या में नागपुर रोड स्थित होटल जे पी इन पहुंचकर कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील की है।
अध्यापक संघर्ष समिति ने कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि सभी विकासखण्डों में सैकड़ों अध्यापक ऐसे हैं, जिन्होंने व्यक्तिगत रूचि लेकर अपने-अपने स्कूलों की खूबसूरत साज सज्जा कर उन्हें आकर्षक बनाया है तथा नियुक्ति से लेकर अब तक 100 प्रतिशत परीक्षा परिणाम दिलाया है। इतना ही नहीं अध्यापकों ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के साथ-साथ सरकार की ओर से किए जा रहे अन्याय के खिलाफ अनवरत संघर्ष कर जीत हासिल की। 1995 से अध्यापक संघर्ष में योगदान देने वाले ऐसे अध्यापक नेताओं को उनकी अद्भुत क्षमता के लिए सम्मानित किया जाएगा।
कार्यक्रम में अध्यापक संघर्ष समिति से जुड़े प्रदेशभर के अध्यापक नेता भी मौजूद रहेंगे, अध्यापक संघर्ष समिति छिंदवाड़ा प्रदेश के इन लड़ाकू अध्यापक नेताओं का भी सम्मान करेगी, जिनकी रणनीति से सरकार संविलियन की घोषणा करने को मजबूर हुई है।
अध्यापक संघर्ष समिति के नेता अरविंद भट्ट, महेश भादे, ताराचंद भलावी, राघवेंद्र वसूले, मनोजकोलारे, रमेश पाटिल, योगेश दुबे, विनोद वर्मा ने बताया कि *कार्यक्रम के लिए केश त्याग करके आंदोलन को चर्चा में लाने वाले बहनों शिल्पी सिवान, सीमा क्षीरसागर, रेणू सागर एवं अर्चना शर्मा को भी आमंत्रित किया गया है, जिन्हें भी उनके त्याग और साहस के लिए सम्मानित किया जाएगा।
संघर्ष समिति की ओर से कहा गया है कि अभी सरकार ने संविलियन की सिर्फ घोषणा की है, उसे लागू कराने के लिए भी संघर्ष करना पड़ेगा, 25 फरवरी का कार्यक्रम उसी संघर्ष की रणनीति बनाने और उसे विकसित करने में मील का पत्थर साबित होगा। संघर्ष समिति ने जिले के अध्यापकों से अधिक से अधिक संख्या में *25 फरवरी के कार्यक्रम में उपस्थित रहने की अपील की है। यह जानकारी एच एन नरवरिया संचालक अध्यापक संघर्ष समिति मप्र ने दी।