भोपाल। मध्यप्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारियों ने एएनएम की नियमित भर्ती में बोनस अंक का लाभ दिए जाने की मांग को लेकर सतपुड़ा भवन परिसर में प्रदर्शन कर नारेबाजी की। उनका आरोप है कि कोर्ट के आदेश के बाद भी उन्हें बोनस अंक का लाभ नहीं दिया जा रहा, जिससे उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। एएनएम की नियमित भर्ती में बोनस अंक का लाभ नहीं मिलने पर महिला स्वास्थ्यकर्मियों ने विरोध जताया। इस दौरान एक अधिकारी ने महिला कर्मचारियों को धमकाते हुए कहा कि चले जाएं नहीं तो जेल भिजवा दूंगा।
महिला कर्मचारियों का कहना है कि विभाग द्वारा भर्ती की काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, पर उन्हें बोनस अंक का लाभ नहीं दिया जा रहा है, जब उन्होंने इस संबंध में विभागीय अधिकारियों से बात करनी चाही तो उन्होंने उनके साथ बदतमीजी करनी शुरू कर दी। महिलाओं का आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने उन्हें यहां तक धमकी दी कि यहां से चले जाओ वरना हवालात की हला खिला देंगे।
खफा महिलाओं ने कहा कि एक अधिकारी को महिलाओं से इस तरह बात नहीं करनी चाहिए थी। महिला कर्मचारी ज्योति गौड़ का कहना है कि जिला आवंटित होने के बाद सूची से रातो-रात नाम हटा दिया गया, उन्होंने बताया कि 29 जनवरी को मेरा नाम उस लिस्ट से हटाया गया है, जबकि मुझे जिला आवंटन कर दिया गया था और भी कई महिला कर्मचारी हैं, जिन्हें लगातार परेशान किया जा रहा है।
मध्यप्रदेश संविदा कर्मचारी अधिकारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रमेश राठौर का कहना है कि बड़े दुर्भाग्य का विषय है कि एक महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता अपने अधिकारी से मिलने जाती हैं और उसके साथ कई महिलाएं एएनएम कार्यकर्ता जाती हैं अपना हक और अधिकार मांगने के लिए महिलाएं अधिकारी के पास गई थीं, ये सभी महिलाएं अधिकारी के पास अपने बोनस अंक की मांग को लेकर पहुंची थी, लेकिन स्वास्थ्य संचालक जेएल मिश्रा द्वारा महिलाओं से बदतमीजी की गई। संघ ने मिश्रा पर कार्रवाई की मांग करते हुए चेतावनी दी कि यदि कार्रवाई नहीं हुई तो सरकार के खिलाफ उग्र प्रदर्शन किया जाएगा।