आनंद ताम्रकार/बालाघाट। जिले की मलाजखण्ड पुलिस ने बालाघाट जिले के रास्ते से ले जाई जा रही पिकअप में 30 हजार नग डिटोनेटर बरामद किये है, उक्त वाहन 12-13 फरवरी की रात्रि में बालाघाट से होकर मलाजखण्ड बिरसा के रास्ते छत्तीसगढ होकर उडीसा और बिहार ले जा रहे थे। पुलिस ने चालक रामनरेष षुक्ला निवासी कुबेरा जयसिंग नगर शहडोल तथा कृष्ण निवासी गढा वर्धा और उसके एक साथी से इस संबंध में पूछताछ कर रही है।
क्या होता है डेटोनेटर: डेटोनेटर की मदद से बम को सक्रिय किया जाता है। सामान्य भाषा में इसे बम का ट्रिगर भी कह सकते हैं। इसका इस्तेमाल गड्ढा खोदकर छुपाए गए बमों आईईडी (इम्प्रोवाइज एक्सप्लोजिव डिवाइसेस) में किया जाता है। डेटोनेटर से बम की विस्फोटक क्षमता बढ़ जाती है. नक्सली आमतौर पर ऐसे ही बमों का उपयोग करते हैं।
महाराष्ट्र से उड़ीसा के लिए रवाना हुआ था पिकअप
पुलिस अधीक्षक श्री अमित सांघी ने अवगत कराया की महाराष्ट्र के वर्धा से उडीसा जा रहा पिकअप एचआर 38 एक्स 1798 बालाघाट कैसे पहुंचा पुलिस इस पहलू पर जांच कर रही है उन्होने कहा की चूकि बालाघाट जिला नक्सली गतिविधियों के चलते सवेदनशील जिला है इस कारण इस जिले से होकर विस्फोटक की बडी खैप लेकर वाहन का गुजरना बेहद खतरनाक साबित हो सकता था इतनी बडी मात्रा में डिटोनेटर की खैप नक्सली प्रभावित इलाके से ले जा रही थी यदि यह नक्सलीयों के हाथ लग गई होती तो यह सुरक्षा की दृष्टि से अत्यन्त धातक हो सकती थी।
पुलिस ने वाहन लेकर जा रहा लोगों को हिरासत में लिया है तथा उनके विरूद्ध विस्फोट अधिनियम धारा 5 एवं 9 ख के तहत केस दर्ज किया है। यह भी उल्लेखनीय है कि वाहन चालक के पास से फार्म आरसी 12 में जो मार्ग आवागमन के लिये दर्षाया गया है उस मार्ग से ना जाकर बालाघाट जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र से जा रहा था।