भोपाल। आज भोपाल में युवा कांग्रेस ने पीएनबी घोटाले के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए बैंक जाकर घोटाले वाला लोन मांगा। युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष कुणाल चौधरी के नेतृत्व में भोपाल की पीएनबी बैंक पर जाकर मांग करते हुए बेरोजगारों के लिए घोटाले वाला लोन और किसानों के कर्ज कि फ़ाइल को गायब करने का आग्रह किया ताकि उनकी फ़ाइल में गड़बड़ी के साथ उनका कर्ज माफ़ हो जाएं। इस प्रदर्शन के दौरान प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष कुणाल चौधरी ने कहा कि एक सोची समझी साजिश के तहत यह घोटाला किया गया है। पहले विजय माल्या फिर ललित मोदी और अब नीरव मोदी को मोदी सरकार ने फायदा पहुंचाकर देश से भगाया है।
विजय माल्या भाजपा से राज्यसभा के सांसद थे, ललित मोदी को सुषमा स्वराज ने मदद कि अब नीरव मोदी को अंबानी परिवार से संबंध के कारण यह फायदा पहुंचा है। नीरव मोदी मामले में इतना बड़ा घोटाला बिना सरकार के हस्तक्षेप के संभव नही है। आज युवा कांग्रेस सरकार से मांग करती है कि मोदी जी देश के बेरोजगारों को भी कोई ऐसा लोन दिला दो जो भरना न पड़े जो घोटाले वाला हो साथ ही किसानों के कर्ज कि फ़ाइल में भी कुछ ऐसी गड़बड़ी करवा दो ताकि उनका कर्ज भी माफ़ हो जाएँ। साथ सरकार से इस मामले को स्पष्ट करने की मांग करते हुए कहा कि मोदी जी इधर उधर की बात न करो यज बताओं की नीरव मोदी भगा कैसे, युवाओं को पकोड़े बेचने की सलाह ओर इन भगोड़े पर बैंक लुटाई कैसे?
कुणाल चौधरी ने पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) स्कैम मामले में सरकार पर निशाना साधते हुए आगे कहा कि सवाल किया कि 11 हजार 400 करोड़ रुपए की चपत लगाकर हीरा कारोबारी नीरव मोदी देश छोड़कर भागने में कामयाब कैसे हो गया। साथ ही इस स्कैम को देश की आजादी के बाद का सबसे बड़ा 'बैंक लूट कांड' बताया। चौधरी ने कहा कि 26 जुलाई 2016 को प्रधानमंत्री को नीरव मोदी और उसके रिश्तेदार मेहूल चोकसी की जालसाजी से जुड़े सभी दस्तावेज सौंपे गए। बताया जाता है कि इन दोनों के खिलाफ 42 केस दर्ज है। पीएमओ ने दोनों के खिलाफ इस शिकायत का संज्ञान लिया। लेकिन हैरानी की बात है कि दोनों के बारे में जानकारी होते हुए भी सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की।
युवा कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी ने सवाल खड़ा किया कि नीरव मोदी और मेहूल चोकसी पूरी बैंकिंग प्रणाली को चकमा देने में कामयाब कैसे हो गए। इस लूट की जिम्मेदार सामने आएं।
मोदी सरकार का हर विभाग हर मामले में सिर्फ संज्ञान में लेता है लेकिन सरकार का कोई विभाग कार्रवाई नहीं करता है। लगभग 11 हजार 400 करोड़ रुपए की चपत लगाकर माल्या, ललित मोदी के बाद छोटे मोदी भी देश से भाग गए हैं। लूटो और भाग जाओ यह मोदी सरकार चाल चरित्र और चेहरा बन गया है।
हिंदुस्तान में देश की आजादी के बाद बैंक के इस सबसे बड़े लूट कांड में कई बैंकों का नुकसान हुआ है। नीरव मोदी और मेहूल चोकसी ने पीएनबी से फर्जी लेटर ऑफ अंडरस्टैंडिंग जारी करवाए। इस फर्जीवाड़े का पता चलने पर पीएनबी के अधिकारियों ने सीबीआई को दोनों के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करने के लिए कहा लेकिन सीबीआई ने नीरव को भागने दिया। पीएनबी ने14 फरवरी 2017 को सारी रकम का आकलन कर सेबी में 11 हजार 400 करोड़ रुपए के नुकसान का दस्तावेज सौंपा।
चौधरी ने कहा कि यह भी पता चला है कि पिछले चार साल में नीरव के अधिकतर सारे कर्ज को मौजूदा सरकार के कार्यकाल में रिस्ट्रक्चर किया गया है। सवाल है कि ये सारी धांधली और गोलमाल कैसे हो रहा था। इस गोलमाल की जानकारी एक व्यक्ति ने 2017 में पीएमओ को दी थी लेकिन इस शिकायत पर पीएमओ और वित्त मंत्रालय की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई।