भोपाल। शहर के करीब 4000 रसोई गैस उपभोक्ताओं के बैंक खातों में दो-तीन महीने से सब्सिडी नहीं पहुंची है। ऐसे कई उपभोक्ताओं ने तेल कंपनियों के टोल फ्री नंबर 1947 और कुछ ने एजेंसियों पर शिकायत भी दर्ज कराई है। तकनीकी गड़बड़ी इसकी खास वजह बताई जा रही है। गौरतलब है कि पिछले साल तेल कंपनियों के निर्देश के बाद एलपीजी नंबर अाधार नंबर से लिंक कराने की मुहिम का आखिरी चरण था। वितरकों ने भी विशेष मुहिम चलाकर उपभोक्ताओं के दोनाें नंबर लिंक किए थे। इसके बाद बैंकों में अकाउंट से आधार नंबर और आधार से मोबाइल नंबर लिंक कराने की मुहिम छेड़ी गई।
इस गफलत में कुछ उपभोक्ताओं के नंबर लिंक होने में तकनीकी अड़चन आई। इस दौरान करीब 23 हजार उपभोक्ताओं के एलपीजी नंबर आधार से लिंक नहीं हो सके थे। ये वे उपभोक्ता हैं, जिन्होंने अपने केवाईसी भी जमा नहीं किए थे। एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन के स्टेट प्रेसीडेंट आरके गुप्ता का कहना है कि मिनिमम बैंलेंस कम होने और कोटे से ज्यादा सिलेंडर लेने वालों के खातों में सब्सिडी नहीं पहुंचेगी।
बैरसिया रोड निवासी अब्दुल सत्तार ने बताया कि मेरा एलपीजी नंबर आधार से लिंक है। बैंक अकाउंट में जनवरी और फरवरी में सब्सिडी नहीं पहुंची। मैने एजेंसी पर जाकर शिकायत दर्ज कराई है। इसके अलावा अशोका गार्डन निवासी केआर महस्की ने बताया कि मोबाइल नंबर को मैंने बैंक खाते से लिंक करा दिया। एलपीजी नंबर आधार से पहले से ही लिंक था। तीन महीने से सब्सिडी नहीं मिली।
इन कुछ वजहों से भी रुक जाती है सब्सिडी
बैंक अकाउंट से आधार लिंक नहीं है। मिनिमम बैलेंस तय सीमा से कम है तो अकाउंट डी एक्टिवेट हो जाता है और सब्सिडी रुक जाती है। साल भर में यानी 1 अप्रैल से 31 मार्च तक सब्सिडी वाले 12 से ज्यादा सिलेंडर लेने पर 13वें सिलेंडर से सब्सिडी मिलना बंद हो जाती है।