
अशोक चौधरी ने कहा, “इस समय भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच असंतोष की लहर है. मैंने राजस्थान बीजेपी कार्यकर्ताओं की आवाज में यह पत्र लिखा है. उन्होंने कहा कि पत्र में लिखा प्रत्येक शब्द पार्टी कार्यकर्ताओं की असहायता की बात करता है." पत्र लिखने के कारणों के बारे में पूछे जाने पर, चौधरी ने कहा "कार्यकर्ताओं की नाराजगी के बाद मुझे आघात महसूस हो रहा था और इसलिए मुझे ऐसा पत्र लिखने के लिए मजबूर होना पड़ा. यह पत्र राजस्थान में तीन सीटों पर हुए उपचुनावों में भाजपा को मिली हार के बाद लिखा गया. चुनाव के नतीजे बीते एक फरवरी को आए थे.
उन्होंने अमित शाह को लिखे पत्र में कहा कि राज्य के लोग मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की कार्यप्रणाली से खुश नहीं हैं. पार्टी कार्यकर्ता उनकी कामकाजी शैली के कारण आत्मविश्वास खो रहे हैं, जिससे संगठन को नुकसान पहुंच रहा है. अपने पत्र में उन्होंने दावा किया है कि वसुंधरा राजे पार्टी को एक ऐसे रास्ते पर ले जा रही हैं, जो पराजय की ओर अग्रसर हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव से पहले संगठन में ऊर्जा का इस्तेमाल करने के लिए राज्य नेतृत्व को तुरंत बदला जाना चाहिए. कोटा में भाजपा का रिकॉर्ड काफी मजबूत रहा है और पार्टी यहां लगातार विजेता रही है. 2013 में हुए विधानसभा चुनावों में जिले के 17 सीटों में से सिर्फ एक ही सीट पर बीजेपी को हार मिली थी.