
शिवरात्रि का व्रत 13 फरवरी मंगलवार को रात्रि 10:22 बजकर मिनट के बाद चतुर्दशी तिथि लग जाएगी, जो 14 फरवरी बुधवार की रात 12: 17 बजे तक रहेगी। धर्म शास्त्रों में प्रदोष एवं अर्ध रात्रि में व्याप्त चतुर्दशी को ज्यादा महत्व दिया गया है। कुल मिलाकर देखा जाये तो इस वर्ष ऐसी परिस्थिति बन रही है कि महाशिवरात्रि का व्रत पर्व 13 एवं 14 फ़रवरी दोनों दिन किया जा सकता है, दोनों ही दिनों के पक्ष में पर्याप्त धर्मशास्त्रीय प्रमाण उपलब्ध हैं।
महाशिवरात्रि के दिन भक्त सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि के बाद मंदिर जाकर भगवान शिव की पूजा करते हैं। इस शिव भक्त महादेव और देवी पार्वती के विवाह की वर्षगांठ के तौर पर मनाते हैं। इस मौके पर मंदिरों में भगवान शिव की मूर्तियों का दूध, गुलाब जल, चंदन, दही, शहद, चीनी और पानी आदि से अभिषेक किया जाता है।