भोपाल। दो दिन में बारिश और ओलावृष्टि से 13 जिलों के 621 गांवों का 27 हजार हेक्टेयर क्षेत्र प्रभावित हुआ है। भोपाल, विदिशा, सीहोर, सिवनी, छिंदवाड़ा, बालाघाट, देवास और होशंगाबाद में ज्यादा नुकसान हुआ है। इसे लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को मुख्य सचिव और एपीसी के साथ बैठक की। कहा कि तत्काल फसल नुकसान का सर्वे शुरू कराएं। इस दौरानी सीएम ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि अवैध कब्जे की जमीन पर खड़ी फसल को नुक्सान हुआ तो उसे भी मुआवजा दिया जाएगा।
बैठक के तुरंत बाद सीएम नुकसान का जायजा लेने सीहोर पहुंचे। वहां उन्होंने कहा कि ओलावृष्टि से जितना नुकसान हुआ उसकी भरपाई की जाएगी। नाजायज (कब्जे की) जमीन पर भी फसल लगी थी और नुकसान हुआ है तो भी राहत राशि दी जाएगी। बता दें कि नाजायज जमीन पर हुई खेती को भी नाजायज ही माना जाता है एवं कई बार प्रशासन फसल की जब्ती भी कर लेता है।
नुकसान 50% से ज्यादा तो 30 हजार रु. हेक्टेयर देंगे
सीहोर में मुख्यमंत्री ने कहा कि ओलावृष्टि से जितना नुकसान हुआ है, वह दिया जाएगा। किसानों को फसल बीमा योजना के तहत 25% राशि तत्काल और 50% से अधिक नुकसान होने पर 30 हजार रु. प्रति हेक्टेयर के हिसाब से राहत राशि सरकार देगी। सभी तरह के कर्ज को कुछ समय के लिए स्थगित किया जाएगा।
ओलावृष्टि से प्रभावित किसान भाई-बहनों के चेहरे पर चिंता की लकीरें भी नहीं आने दूँगा। आपके फसलों के नुकसान की पूरी भरपाई की जायेगी। फसल बीमा के साथ ३० हज़ार रुपये प्रति हेक्टेयर राहत राशि दी जायेगी। कर्ज वसूली स्थगित रहेगी और ब्याज की प्रतिपूर्ति भी शासन द्वारा की जायेगी। pic.twitter.com/R9Cj4w2w5n— ShivrajSingh Chouhan (@ChouhanShivraj) February 14, 2018