राकेश दुबे@प्रतिदिन। नई मलयाली फिल्म ‘ओरु आदार लव’ का ‘टीजर वीडियो’ (प्रोमो) चर्चा में है, यह नवीनतम वीडियो जो पहले सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और मुख्यधारा के मीडिया ने अब उसे हाथों-हाथ ले लिया है। इतनी प्रसिद्धि ने समाज में एक नैतिक सवाल खड़ा किया है की युवती कुछ करे तो “अदा” और युवक करे तो “अपराध”। इस वीडियो की नायिका प्रिया प्रकाश वरियर सोशल मीडिया की क्रेज बन गई। अपनी बोल्ड सेक्सी छवि से सनी लियोनी को और पॉपूलरिटी चार्ट में दीपिका पादुकोन तक को पीछे छोड़ दिया।
वैसे भी सिनेमा से ऐसे सीनों का न जाने कब अंत हो गया जिनमें नयिका नायक से चार फुट दूर खड़ी होकर प्रेम का इजहार करती थी, और ‘किसिंग’ के सीन की जगह दो फूल या दो चिड़ियाएं किसिंग किया करती थीं। ‘एक था गुल और एक थी बुलबुल’ वाले शालीन सीन न जाने कब गायब हो गए। फिल्मों के प्रोमोज में कुछ एक्शन सीन और कुछ लिपटने-चिपटने के सीन दिखाए जाने लगे। उनके जरिए कुछ नई तरह की हिंसा और नई तरह के सेक्सिज्म को बेचा जाने लगा।
‘ओरु आदार लव’ की ‘आंख मार लीला’ इतनी परवान चढ़ी। जिस दिन प्रेम के दुश्मन लाठी भांज रहे थे, उसी दिन एक बोल्ड लड़की सोशल मीडिया और मुख्यधारा के मीडिया सामने थी, जो वेलेंटाइन के दिन अपने वेलेंटाइन को आंख मारती थी, प्रेम निमन्त्रण देती थी, और उसका कोई कुछ नहीं कर सकता था। इसी केरल के एक कॉलेज में एक लड़की कुछ दिन पहले एक लड़के का खुलेआम आलिंगन कर चुकी थी, जिसके कारण उसे कॉलेज से निकाल दिया गया था, और बड़े विरोध के बाद उसे वापस लिया गया।
इस अर्थ में हम इस ‘टीजर’ को उन तत्वों के लिए एक प्रकार का ‘पॉलिटिकल टीजर’ भी मान सकते हैं, जो युवक-युवतियों के आलिंगन तक पर पाबंदी लगाते हैं। इस टीजर का हिट होना यह भी बताता है कि हमारे किशोर-किशोरियों के आपसी संबंध अब कहीं अधिक खुले, अधिक बेधड़क और ‘इन थिंग’ की तरह यानी ‘ठीक है’ या ‘चलता है’ या ‘नॉर्मल है’ की तरह लिए जाने लगे हैं। यह ‘आंख मार लीला’ यही दिखाती है।
यह ‘कंडोम’ के एक विज्ञापन में भी दिखती है, जो खबर चैनलों पर आता रहता है। उसकी नायिका अपने नायक से लिपटते हुए दर्शकों को आंख मारती है लेकिन वह हिट नहीं हुआ जबकि ‘ओरु आदार लव’ की आंख मार लीला हिट हुई। कारण यही कि यह कंडोम के विज्ञापन से नहीं स्कूल से जुडी है। प्रिया प्रकाश का यह वीडियो समकालीन प्रेम विरोधी दौर को संबोधित करता है, लेकिन एक सवाल फिर भी खड़ा रह जाता है कि युवती करे तो “अदा” युवक करे तो “अपराध”।
श्री राकेश दुबे वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं।