भोपाल। मध्यप्रदेश में सहकारी संस्थाओं के कर्मचारी 3 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर चले गए। इसके चलते कई सेवाएं प्राभावित हो रहीं हैं। इस हड़ताल के कारण राशन, खाद, बीज वितरण, ऋण वितरण एवं वसूली, भावंतर भुगतान योजना के पंजीयन, सरकारी बचत बैंक एवं बिजली बिल आदि कार्य प्रभावित होना शुरू हो गए हैं। हड़ताली कर्मचारियों का कहना है कि मांग पूरी होने तक कलमबंद हड़ताल जारी रहेगी।
बंशी ठाकुर ने बताया कि 12/2/2018 को एक दिवसीय धरना प्रदर्शन ज्ञापन सौंपा गया था। जिसमें निम्न मांगे की गईं थीं:
(1). प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्थाओं में पदस्थ समस्त कर्मचारियों का वेतनमान लागू किया जाए,
(2) प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्था में पदस्थ कर्मचारियों का कैडर के स्थानांतरण लागू किया जाए
(3). प्राथमिक कृषि साख संस्था में कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटरों को सेवा नियम में दिया जावे सेवानिवृत्ति की आयु 62 वर्ष की जाए शासकीय उचित मूल्य की दुकानों को समूह में ना देकर समितियों में ही दी जाए एवं कर्मचारियों को राज्य कर्मचारी का दर्जा प्रदान किया जाए।
उक्त मांगों को नहीं मानने के कारण पूरे प्रदेश के सहकारी कर्मचारी महासंघ के निर्देश अनुसार दिनांक 21/2/2018 से अनिश्चितकालीन कलमबंद आंदोलन शुरू कर दिया गया।