
जारी विज्ञप्ति में जिलाध्यक्ष रविकांत गुप्ता ने कहा कि अभी तक जिले के अतिथि शिक्षक अपने संकुल तहसील ब्लाकों मे शाला बहिष्कार कर प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन अब कल से जिले भर के अतिथि शिक्षक सीधी मे एकत्र होकर अपनी को लेकर आवाज बुलंद करेगे। अतः संघठन द्बारा अपील किया जाता है कि अनिश्चितकालीन शाला बहिष्कार करकल बेमियादि चौबीसों घंटे डटे रहकल हड़ताल,धरना।प्रदर्शन के लिए हजारों की तादात में जमा हों।
बताते चले कि जिले भर अतिथि शिक्षक अपनी मांगो को लेकर पिछले कई दिनों से शाला का बहिष्कार कर आन्दोलित हो गए है जिसमे अलग ब्लॉको मे धरना-प्रदर्शन व रैली कर ज्ञापन सौपकर अपनी बातो को शासन तक पहुँचाने कि कोशिश कर रहे है लेकिन अभी तक शासन की ओर से कोई पहल नहीं हुई है
अतिथि शिक्षकों के आन्दोलन से डरा शासन
अतिथि शिक्षको के आन्दोलन से डरा शासन प्रशासन और आनन-फानन में एस्मा लागू कर दिया पर डर के मारे शासन नियमों को भी भूल गया। एस्मा केवल नियमित शिक्षकों पर ही लागू होता अतिथि शिक्षको पर नहीं, अतिथि शिक्षकों द्वारा कहा जा रहा है कि मामा पहले हमें नियमित करो तब तो हम पर एस्मा लागू होगा। वही मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री शिक्षक भर्ती की बात कहने लगे क्या मंत्री जी को आज के पहले सांप सूंघ गया था जो आज के ही दिन इस घोषणा की याद आई। अतिथि शिक्षको को डराने की आवश्यकता नही है हमारे आन्दोलन को देख शासन प्रशासन की बोलती बंद हो गई है और वह हमें चुप कराने के लिए एस्मा की बात कह रहा है जो नियम हम पर लागू ही नहीं होता हैं हमें अपना आन्दोलन जारी रखना हैं हमें डरने की आवश्यकता नही है हमारा आन्दोलन कामयाब रहा शासन प्रशासन पर अच्छा दबाव बना हैं और शासन प्रशासन हडबडा गई है और किसी को मुंह दिखाने के काबिल नहीं रही।